तुम्हारी अपनी बुराई ही तुम्हें सुधारेगी;
याहवेह के प्रति श्रद्धा से तुम्हारा भटक जाना ही तुम्हें प्रताड़ित करेगा.
तब यह समझ लो
तथा यह बात पहचान लो
याहवेह अपने परमेश्वर का परित्याग करना हानिकर एवं पीड़ादायी है,
तुममें मेरे प्रति भय-भाव है ही नहीं,”
यह सेनाओं के प्रभु परमेश्वर की वाणी है.