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सभा-उपदेशक 7:9
पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)
तुरन्त क्रुद्ध मत हो, क्योंकि क्रोध का वास-स्थान मूर्ख का हृदय है।
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सभा-उपदेशक 7:14
सुख के दिनों में आनन्द मनाओ, किन्तु दु:ख के दिनों में विचार करो, क्योंकि परमेश्वर ने सुख और दु:ख दोनों को बनाया है, ताकि मनुष्य इस बात का भेद न पा सके कि उसकी मृत्यु के बाद क्या होनेवाला है।
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सभा-उपदेशक 7:8
कार्य के आरम्भ से उसका अन्त उत्तम है, अहंकारी पुरुष की अपेक्षा धीरज रखने वाला पुरुष श्रेष्ठ है।
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सभा-उपदेशक 7:20
निश्चय ही संसार में कोई ऐसा धार्मिक व्यक्ति नहीं है जो सदा भलाई ही करता है, और कभी पाप नहीं करता।
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सभा-उपदेशक 7:12
बुद्धि का संरक्षण धन के संरक्षण के तुल्य है। ज्ञान से यह लाभ है कि वह अपने धारक का जीवन सुरक्षित रखता है।
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सभा-उपदेशक 7:1
नाम की सुगन्ध अनमोल इत्र की सुगन्ध से श्रेष्ठ है। मृत्यु का दिन जन्म के दिन से उत्तम है।
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सभा-उपदेशक 7:5
मूर्खों के मुख से गीत सुनने की अपेक्षा बुद्धिमान की डांट-डपट सुनना अच्छा है।
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सभा-उपदेशक 7:2
भोज के उत्सव में सम्मिलित होने की अपेक्षा मृत्यु-शोक से पीड़ित परिवार में जाना अच्छा है, क्योंकि मृत्यु ही सब मनुष्यों का अन्त है। अत: जीवित व्यक्ति गम्भीरतापूर्वक अपने अन्त पर विचार करेगा।
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सभा-उपदेशक 7:4
बुद्धिमान व्यक्ति का हृदय शोक-पीड़ित परिवार में लगा रहता है, किन्तु मूर्ख मनुष्य का मन आमोद-प्रमोद करनेवाले घर में लगा रहता है।
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