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उत्पत्ति 37:5
पवित्र बाइबिल CL Bible (BSI)
एक बार यूसुफ ने स्वप्न देखा। जब उसने अपने भाइयों को स्वप्न बताया तब वे उससे और अधिक घृणा करने लगे।
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उत्पत्ति 37:3
याकूब अपने सब पुत्रों की अपेक्षा यूसुफ से अधिक प्रेम करते थे; क्योंकि वह उनकी वृद्धावस्था का पुत्र था। उन्होंने उसके लिए बाहों वाला एक अंगरखा सिलवा दिया था।
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उत्पत्ति 37:4
जब यूसुफ के भाइयों ने देखा कि उनके पिता सब भाइयों की अपेक्षा यूसुफ से अधिक प्रेम करते हैं, तब वे उससे घृणा करने लगे! वे उससे शान्ति-पूर्वक बातें भी नहीं करते थे।
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उत्पत्ति 37:9
यूसुफ ने एक और स्वप्न देखा। उसने अपने भाइयों को स्वप्न बताया। यूसुफ ने कहा, ‘देखो, मैंने आज एक और स्वप्न देखा है: सूर्य, चन्द्रमा और ग्यारह तारे झुककर मेरा अभिवाहन कर रहे हैं।’
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उत्पत्ति 37:11
यूसुफ के भाई उससे ईष्र्या करते थे। परन्तु उसके पिता ने ये बातें स्मरण रखीं।
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उत्पत्ति 37:6-7
यूसुफ ने उनसे यह कहा,‘मैंने जो स्वप्न देखा है, उसे तुम सुनो। हम सब खेत में पूले बाँध रहे हैं। अचानक मेरा पूला उठकर सीधा खड़ा हो गया। तुम्हारे पूलों ने मेरे पूले को चारों ओर से घेर लिया। वे झुककर उसका अभिवादन करने लगे।’
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उत्पत्ति 37:20
अब आओ, हम उसे मार कर किसी गड्ढे में फेंक दें। हम घर जाकर कह देंगे कि जंगली जानवर ने उसे खा लिया। तब हम देखेंगे कि उसके स्वप्न भविष्य में कैसे पूरे होते हैं।’
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उत्पत्ति 37:28
उस समय मिद्यानी व्यापारी वहाँ से निकले। भाइयों ने गड्ढे से यूसुफ को खींचकर बाहर निकाला और उसे चांदी के बीस सिक्कों में यिश्माएलियों के हाथ बेच दिया। वे यूसुफ को मिस्र देश ले गए।
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उत्पत्ति 37:19
उन्होंने एक-दूसरे से कहा, ‘देखो, वह आ रहा है स्वप्न-द्रष्टा!
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उत्पत्ति 37:18
भाइयों ने उसे दूर से देखा। उसके निकट आने के पूर्व ही उन्होंने उसकी हत्या करने का षड्यन्त्र रचा।
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उत्पत्ति 37:22
रूबेन ने उनसे आगे कहा, ‘रक्त मत बहाओ, वरन् निर्जन प्रदेश के इस गड्ढे में उसे फेंक दो। उस पर हाथ मत उठाना।’ वह उनके हाथ से यूसुफ को मुक्त कर पिता के पास पहुँचाना चाहता था।
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