क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें,
और न दाखलताओं में फल लगें,
जैतून के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए
और खेतों में अन्न न उपजे,
भेड़शालाओं में भेड़-बकरियाँ न रहें,
और न थानों में गाय बैल हों, (लूका 13:6)
तो भी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूँगा,
और अपने उद्धारकर्ता परमेश्वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूँगा