पर पतरसै तेऊ लै बोलअ, “हनन्याह, राख्सै तेरै मनैं अह गल्ल किल्है पाई कि तूह पबित्र आत्मां का झ़ुठअ बोले, कि ज़िम्मीं बेच़ी करै भेटै दै ढबै मांझ़ै तूह धख च़ोरी डाहे? ज़ेभै तैणीं सह ताह सेटा ती, सह कै तेरी निं ती? ज़ांऊं सह बिकी गई ती; तेभै बी कै सह तेरै बशै निं ती? तंऐं आपणैं मनैं इहअ बच़ार किल्है किअ? तंऐं निं मणछा का झ़ुठअ बोलअ पर तंऐं बोलअ परमेशरा का झ़ुठअ।”
इना गल्ला शुणदी पल़अ हनन्याह धरनीं और तेऊ शोटै प्राण। ज़ुंणी बी ईंयां गल्ला शूणीं तिंयां डरै।