तौ इथकारिए पौरमेशवर आपणै चोणेयौंदे लोगौ कारिए जू राती दूसै तैसकै धोरे रुओं तिनका न्याय कौरदा, औरौ सै तिनकै मौदद कौरणौ दै देर ना कौरदा? हांव तुऔं खै बुलू, सै तावल़ा तिनका न्याय चुकांदा; पौरौ जौल़ौ हांव आदमी का बैटा पाछु ओऊंबा, तौ मुखै धोरती पांदी कैतरै लोग भैटदै जिनुदा बिशवाश हौला?”