“फींट्कारा असो! तुओं कऊट्ल़ी पाखंडी यहूदी-निय्म के शिखाणों वाल़े, अरह् यहूदी भाट-बाँम्ण, तुँओं खे भहित्ती सजा भेट्दी! तुँऐं पुदन्नें, अरह् सौंफ, अरह् जींरे, का दंषवाँ भाग तअ दियों, परह् तुँऐ ऋषी-मूसा खे भेटे गुऐ, अज्ञाँ-निय्म की बातो का नियाँव, कृपा, अरह् बिश्वाषी की पंण छुड़ी दियों; ऐ चैई तअ ऐशो चैई थियों, के सेजो भे कर्दें, अरह् तेथू भी ने छुड़्दे।