तीने टेमे चेलान डुळा उघड़ी गुया। ने चे ईसु काजे उळखी लेदा, बाकुन ईसु तींद्रा डुळा अगळ सी अंछाप हय गुयु। ती चेला आंबा-सांबा जो कह्या, “जत्यार चु वाट्ये चालतु जाय्न हामरे साते वात करतेलु ने खरला सास्तुरेन वात देखाड़तेलु, ती आपणु जीव भळ नी कर्यु काय?”