ऊईच बखत ओ ना बेजा का जुड़ अर पीड़ा, अर दुस्टात्मा से चोक्खो कियो हयो हतो; अर बेजा से अंधो को आँखी दी; अर ओ न ओ से कय्हो, “जो कुछ तू न देखो अर सुनो हैं, जा ख यूहन्ना से कह देनो; कि अंधो देखत हैं, लंगड़ा चलत-फिरत हैं, कोढ़ी इ सुध्द किए जात हैं, बहिरा सुनत हैं, मरा हुन ख जिन्दो करा हैं, अर कंगाल का सुसमाचार सुनायो जात हैं।