YouVersion Logo
Search Icon

सूक्ति संग्रह 30:5

सूक्ति संग्रह 30:5 HSS

“परमेश्वर का हर एक वचन प्रामाणिक एवं सत्य है; वही उनके लिए ढाल समान हैं जो उनमें आश्रय लेते हैं.

Free Reading Plans and Devotionals related to सूक्ति संग्रह 30:5