अति उदात्त हैं याहवेह के कृत्य; वे उनकी प्रसन्नता का कारण हैं, जो इनको मनन करते हैं.
Read स्तोत्र 111
Listen to स्तोत्र 111
Share
Compare All Versions: स्तोत्र 111:2
Save verses, read offline, watch teaching clips, and more!
Home
Bible
Plans
Videos