YouVersion Logo
Search Icon

स्तोत्र 51:17

स्तोत्र 51:17 HSS

टूटी आत्मा ही परमेश्वर को स्वीकार्य योग्य बलि है; टूटे और पछताये हृदय से, हे परमेश्वर, आप घृणा नहीं करते हैं.