YouVersion Logo
Search Icon

स्तोत्र 85:10

स्तोत्र 85:10 HSS

करुणा-प्रेम तथा सच्चाई आपस में मिल गई हैं; धार्मिकता तथा शांति ने एक दूसरे का चुंबन ले लिया.