1 कुरिन्थियों 5
5
कलीसिया में दुराचार
1आप लोगों के बीच हो रहे व्यभिचार की चर्चा चारों ओर फैल गयी है-ऐसा व्यभिचार जो गैर-यहूदियों में भी नहीं होता। किसी ने अपने पिता की पत्नी को रख लिया है।#लेव 18:7-8 2तब भी आप घमण्ड में फूले हुए हैं! आप को शोक मनाना और जिसने यह काम किया, उसका बहिष्कार करना चाहिए था। 3मैं तो शरीर से अनुपस्थित होते हुए भी आत्मा से आप लोगों के बीच हूँ। जिसने यह काम किया, मैं उसका न्याय कर चुका हूँ, मानो मैं वास्तव में वहाँ उपस्थित हूँ।#कुल 2:5 4और मेरा निर्णय यह है : अपने प्रभु येशु के नाम पर हम-अर्थात् आप लोग और मैं आत्मा में-एकत्र हो जायेंगे और अपने प्रभु येशु के अधिकार से#मत 16:19; 18:8; 2 कुर 13:10 5उस व्यक्ति को शैतान के हवाले कर देंगे, जिससे उसके शरीर#5:5 अथवा, “शारीरिक-स्वभाव, सांसारिकता”। का विनाश हो, किन्तु प्रभु के दिन उसकी आत्मा का उद्धार हो।#1 तिम 1:20; 1 पत 4:6
6आप लोगों का आत्मसन्तोष आप को शोभा नहीं देता। क्या आप यह नहीं जानते कि थोड़ा-सा ख़मीर सारे गूंधे हुए आटे को ख़मीरा बना देता है?#गल 5:9 7आप पुराना ख़मीर निकाल कर शुद्ध हो जाइए, जिससे आप नया गूंधा हुआ आटा बन जायें। आप को बेख़मीर रोटी-जैसा बनना चाहिए, क्योंकि हमारा पास्का-पर्व#5:7 अथवा, ‘फसह-पर्व’। का मेमना अर्थात मसीह बलि चढ़ाये जा चुके हैं।#नि 12:21; 13:7; यश 53:7; 1 पत 1:19 8इसलिए हमें न तो पुराने ख़मीर से और न बुराई और दुष्टता के ख़मीर से, बल्कि शुद्धता और सच्चाई की बेख़मीर रोटी से पर्व मनाना चाहिए।#नि 12:3-20
9मैंने आप लोगों को अपने पत्र में लिखा था कि व्यभिचारियों से मेल-जोल मत रखें।#2 थिस 3:14; मत 18:17 10मेरा अभिप्राय यह नहीं था कि इस संसार के व्यभिचारियों, लोभियों, धोखेबाज़ों या मूर्तिपूजकों से कोई भी सम्बन्ध नहीं रखें। ऐसा करने के लिए आप को संसार को ही छोड़ देना पड़ता, 11बल्कि मैंने लिखा कि यदि ‘भाई’ कहलाने वाला कोई व्यक्ति व्यभिचारी, लोभी, मूर्तिपूजक, निन्दक, शराबी या धोखेबाज है, तो उसके साथ भोजन तक नहीं करें।#2 थिस 3:6; तीत 3:10; 2 यो 10 12-13बाहर वालों का न्याय करना मेरा काम नहीं। परमेश्वर बाहर वालों का न्याय करेगा।#मक 4:11 पर भीतर वाले, सहधर्मी लोगों का न्याय क्या आप स्वयं नहीं कर सकते? जैसा धर्मग्रंथ में कहा गया, “अपने बीच में से दुष्ट को निकाल दो।”#व्य 13:5; 17:7 (यू. पाठ); 22:24
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1 कुरिन्थियों 5: HINCLBSI
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Hindi CL Bible - पवित्र बाइबिल
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1 कुरिन्थियों 5
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कलीसिया में दुराचार
1आप लोगों के बीच हो रहे व्यभिचार की चर्चा चारों ओर फैल गयी है-ऐसा व्यभिचार जो गैर-यहूदियों में भी नहीं होता। किसी ने अपने पिता की पत्नी को रख लिया है।#लेव 18:7-8 2तब भी आप घमण्ड में फूले हुए हैं! आप को शोक मनाना और जिसने यह काम किया, उसका बहिष्कार करना चाहिए था। 3मैं तो शरीर से अनुपस्थित होते हुए भी आत्मा से आप लोगों के बीच हूँ। जिसने यह काम किया, मैं उसका न्याय कर चुका हूँ, मानो मैं वास्तव में वहाँ उपस्थित हूँ।#कुल 2:5 4और मेरा निर्णय यह है : अपने प्रभु येशु के नाम पर हम-अर्थात् आप लोग और मैं आत्मा में-एकत्र हो जायेंगे और अपने प्रभु येशु के अधिकार से#मत 16:19; 18:8; 2 कुर 13:10 5उस व्यक्ति को शैतान के हवाले कर देंगे, जिससे उसके शरीर#5:5 अथवा, “शारीरिक-स्वभाव, सांसारिकता”। का विनाश हो, किन्तु प्रभु के दिन उसकी आत्मा का उद्धार हो।#1 तिम 1:20; 1 पत 4:6
6आप लोगों का आत्मसन्तोष आप को शोभा नहीं देता। क्या आप यह नहीं जानते कि थोड़ा-सा ख़मीर सारे गूंधे हुए आटे को ख़मीरा बना देता है?#गल 5:9 7आप पुराना ख़मीर निकाल कर शुद्ध हो जाइए, जिससे आप नया गूंधा हुआ आटा बन जायें। आप को बेख़मीर रोटी-जैसा बनना चाहिए, क्योंकि हमारा पास्का-पर्व#5:7 अथवा, ‘फसह-पर्व’। का मेमना अर्थात मसीह बलि चढ़ाये जा चुके हैं।#नि 12:21; 13:7; यश 53:7; 1 पत 1:19 8इसलिए हमें न तो पुराने ख़मीर से और न बुराई और दुष्टता के ख़मीर से, बल्कि शुद्धता और सच्चाई की बेख़मीर रोटी से पर्व मनाना चाहिए।#नि 12:3-20
9मैंने आप लोगों को अपने पत्र में लिखा था कि व्यभिचारियों से मेल-जोल मत रखें।#2 थिस 3:14; मत 18:17 10मेरा अभिप्राय यह नहीं था कि इस संसार के व्यभिचारियों, लोभियों, धोखेबाज़ों या मूर्तिपूजकों से कोई भी सम्बन्ध नहीं रखें। ऐसा करने के लिए आप को संसार को ही छोड़ देना पड़ता, 11बल्कि मैंने लिखा कि यदि ‘भाई’ कहलाने वाला कोई व्यक्ति व्यभिचारी, लोभी, मूर्तिपूजक, निन्दक, शराबी या धोखेबाज है, तो उसके साथ भोजन तक नहीं करें।#2 थिस 3:6; तीत 3:10; 2 यो 10 12-13बाहर वालों का न्याय करना मेरा काम नहीं। परमेश्वर बाहर वालों का न्याय करेगा।#मक 4:11 पर भीतर वाले, सहधर्मी लोगों का न्याय क्या आप स्वयं नहीं कर सकते? जैसा धर्मग्रंथ में कहा गया, “अपने बीच में से दुष्ट को निकाल दो।”#व्य 13:5; 17:7 (यू. पाठ); 22:24
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