नीतिवचन 21:5
नीतिवचन 21:5 HINCLBSI
परिश्रमी पुरुष की योजनाएँ निस्सन्देह समृद्धि लाती हैं; परन्तु जो मनुष्य उतावली करता है, उसको निराशा ही हाथ लगती है।
परिश्रमी पुरुष की योजनाएँ निस्सन्देह समृद्धि लाती हैं; परन्तु जो मनुष्य उतावली करता है, उसको निराशा ही हाथ लगती है।