नीतिवचन 22:1
नीतिवचन 22:1 HINCLBSI
यदि मनुष्य को कीर्ति और अपार धन-सम्पत्ति के बीच चुनाव करना पड़े तो उसको कीर्ति ही चुनना चाहिए। सोने और चांदी से अधिक बहुमूल्य है जनता की प्रसन्नता।
यदि मनुष्य को कीर्ति और अपार धन-सम्पत्ति के बीच चुनाव करना पड़े तो उसको कीर्ति ही चुनना चाहिए। सोने और चांदी से अधिक बहुमूल्य है जनता की प्रसन्नता।