युहन्ना 11
11
लाज़रे मौत
1बेतनियाह नांओंए गराऊंऐं त एक लाज़र नांओं मणछ बमार। तेऊए ती दूई बैहणी मरिअम और मार्था। 2अह ती सह ई मरिअम, ज़ुंणी खुशबूदार किम्मती तेला करै प्रभू ईशूए च़रणैं मल़अ त और आपणैं मुंडे शराल़ा करै ईशूए खूर टुशै तै, सह बमार लाज़र त तेसो सकअ भाई। 3तेऊए बैहणी दैनअ ईशू लै समाद, “हे प्रभू, ज़हा संघै तूह बडी भारी झ़ूरी डाहा, सह आसा बमार।”
4एसा गल्ला शूणीं बोलअ ईशू, “अह बमारी निं मौता लै आथी पर अह आसा परमेशरे प्रतपा हणां लै, कि इना महान कामां करै हुंह परमेशरो शोहरू तेऊए महान शगती रहैऊई सके।”
5ईशू डाहा त दूई बैहणी मार्था मरिअम और तिन्नें भाई लाज़रा संघै बडी झ़ूरी। 6ईशू का लागअ थोघ कि लाज़र आसा बमार पर सह ज़िधी त; सह रहअ दूई धैल़ै तिधी। 7तेखअ बोलअ तेऊ दूई धैल़ै बाद आपणैं च़ेल्लै लै, “च़ाल्ला हाम्हां डेऊणअ ऐबै यहूदा लाक्कै लै।”
8च़ेल्लै बोलअ ईशू लै, “हे गूरू, यहूदी च़ाहा ताह अज़ी बी पात्थरा करै मारनअ, तैबी कै तूह तिधा लै च़ाहा डेऊणअ?”
9ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “धैल़ीए कै च़ार पहर निं हंदै? ज़ै कुंण धैल़ी हांढे, तेऊ निं ठोहल़ लागदी किल्हैकि तेऊ का शुझिआ संसारो प्रैशअ। 10पर ज़ै कुंण राची हांढे, तेऊ लागा ठोहल़ किल्हैकि राची हआ न्हैरअ।” 11ईशू बोली ईंयां गल्ला तिन्नां ई का, तेखअ बोलअ च़ेल्लै लै, “म्हारअ साथी लाज़र गअ सुत्ती, हुंह च़ाल्लअ तेऊ झ़ैऊंदअ डेऊई।”
12तेखअ बोलअ च़ेल्लै तेऊ लै, “हे प्रभू, ज़ै सह सुत्ती गअ, तै कै अह बच़ी जाणअ?” 13ईशू बोलअ त तिन्नां लै कि लाज़र गअ सुत्ती, पर तिंयां समझ़ै कि तेऊ बोलअ इहअ कि सह आसा निंजा सुत्तअ द। 14तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां लै साफ-साफ, “लाज़र गअ मरी, 15मुंह आसा एते खुशी कि हुंह ज़ेभै तेऊ प्राण शोटै हुंह निं तेभै तिधी थिई, ताकि तम्हां विश्वास होए। ऐबै च़ाल्ला हाम्हां डेऊणअ तेऊ सेटा लै।”
16तेखअ थोमा, ज़हा लै दिमुस बोला, आपणैं साथी च़ेल्लै लै बोलअ, “च़ाल्ला हाम्हां बी हुअ एऊ संघै मरदै डेऊणअ।”
ईशू दैआ ज़िन्दगी
17ज़ांऊं तिंयां तिधी पुजै ता, ईशू का लागअ इहअ थोघ कि लाज़रा हुऐ घोरी दाबी च़ार धैल़ै। 18बेतनियाह त येरुशलेम नगरी का कोई दूई मील दूर। 19बडै भारी यहूदी तै तिधी मार्था मरिअमा सेटा तिन्नें भाई मरी करै चिंजदै आऐ दै। 20मार्था ईशूए गल्ला शूणीं आई बाता; तैणीं मिलदी, पर मरिअम रही घरै। 21मार्था ईशू लै बोलअ, “हे प्रभू, ज़ै तूह इधी हंदअ, तै नांईं त मेरअ भाई कधि मरदअ, 22पर ऐबै बी आसा मुंह भरोस्सअ कि ज़ुंण बी तूह परमेशरा का मांगे, सह दैणअ परमेशरा ताल्है।”
23ईशू बोलअ तेसा लै, “हैल़अ निं करै, तेरअ भाई हणअ ज़िऊंदअ।”
24मार्था बोलअ ईशू लै, “मुखा आसा थोघ कि ज़ेभै परमेशरा मरी करै भी करनै ज़िऊंदै तेसा बेला करनअ ताह सह बी ज़िऊंदअ।” (शधाणूं 24:15)
25ईशू बोलअ तेसा लै, “हुंह करा मूंऐं दै लोगा बी ज़िऊंदै, हुंह ई दैआ तिन्नां लै ज़िन्दगी। ज़ै कुंण मुंह दी विश्वास करे, सह ज़ै मरी बी जाए, सह हणअ भी ज़िऊंदअ। 26पर ज़ुंण ज़िऊंदअ आसा और मुंह दी विश्वास करा, तिंयां निं मरनै। कै तूह एसा गल्ला दी विश्वास करा?”
27तेसा बोलअ, “हाँ प्रभू हुंह करा एसा गल्ला दी विश्वास कि परमेशरो शोहरू मसीहा ज़ुंण एऊ संसारा दी एछणैं आल़अ त, सह आसा तूह ई।”
ईशू का छ़ुटी लेरा
28इहअ बोली करै सह नाठी और आपणीं बैहणी मरिअमा का च़ुप-च़ुपै बोलअ, गूरू आसा इधी, सह शादा ताह पोर्ही। 29इहअ शूणीं करै सह तेभी पुजी ईशू सेटा। 30(ईशू निं अज़ी गराऊंए पुजी त, पर सह आसा त तिधी अज़ी ज़िधी तेऊ मार्था भेटी ती।)
31तिन्नैं यहूदी, ज़ुंण पांडा भितरी तिन्नां लै चिंजदै तै आऐ दै, तिन्नैं ज़ाणअ कि मरिअम नाठी हणीं घोरी सेटा लेरदी, ज़िधी लाज़र दाबअ द आसा, और तिंयां बी लागै तेसा पिछ़ू हांढदै।
32ज़ांऊं मरिअम तिधी पुजी, ज़िधी ईशू त, तिधी पुजधी तेसा ईशू सेटा माथअ टेक्कअ और खूरा दी उटी बाखा लेरदी-लेरदी बोलअ, “हे प्रभू, ज़ै तूह इधी हंदअ, तै नांईं त मेरअ भाई मरदअ।”
33तिन्नां लेरदै भाल़ी हुअ आपणैं मनैं दुखी, और आप्पू बी भर्हुअ तेऊओ गल़। तेखअ बोलअ ईशू मरिअम और यहूदी लै ज़ुंण तेसा पिछ़ू आऐ तै, “तम्हैं तेऊए ल्हास किधी आसा डाही दी दाबी?”
34तिन्नैं बोलअ, “हे प्रभू च़ाल्ल, आप्पै भाल़।” 35ईशूए आछी का छ़ुटै आशू। 36तेखअ लागै यहूदी आप्पू मांझ़ै बोलदै, “भाल़ा अह तेऊ संघा केतरी झ़ूरी डाहा त।” 37पर तिन्नां मांझ़ै बोलअ कई लोगै इहअ बी, “अह ज़ुंण कांणै मणछा ठीक करदअ फिरा, इहअ बी निं करी सकअ कि सह मणछ नांईं मरदअ?”
लाज़र ज़िऊंदअ करनअ
38बडअ भारी दुखी हई करै पुजअ ईशू तेसा ज़ैगा, ज़िधी लाज़र त दाबअ द। सह आसा ती एक घोर कोती दी और एकी बडै पात्थरा करै त घोरीओ मोहरअ बंद किअ द। 39ईशू बोलअ तिन्नां लै, “एऊ पात्थरा बदल़ा पोर्ही।”
तेखअ बोलअ तेऊ मूंऐं दै मणछे बैहणी मार्था, “हे प्रभू, तेऊ का हणीं ऐबै बास्स-शल़ैन्ह लागी दी, आझ़ गऐ तेऊ मरी च़ार धैल़ै हई।”
40ईशू बोलअ तेसा लै, “मंऐं ताखा किज़ै बोलअ त कि, ज़ै तूह विश्वास करे तै भाल़णअ ताह परमेशरो प्रतप।” 41तेखअ बदल़अ तिन्नें सह पात्थर पोर्ही और ईशू सरगा बाखा भाल़ी करै बोलअ, “हे मेरै बाप्पू परमेशर, हुंह करा ताल्है शूकर कि तंऐं हेरी मेरी अरज़ शूणीं। 42मुखा त थोघ कि तूह शूणां हर बगत मेरी, पर इहअ बोलअ मंऐं तै कि ज़ुंण मुंह फेर ईंयां लोग आसा, ईंयां बी विश्वास करे हुंह आसा तंऐं छ़ाडअ द।”
43इहअ बोली करै पाई ईशू ज़ोरै हाक, “हे लाज़र, बागा लै निखल़।” 44ज़ुंण लाज़र मरी गअ त, सह निखल़अ घोरी का बागा लै! तेऊए देही ती मरगे झिकल़ै करै पल़ेठुई दी और तेऊओ मुंह त कुआया करै बंद। तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां लै, “एऊ खोल्हा पोर्ही और एऊ दैआ डेऊणैं।”
ईशूए खलाफ छ़ल़
(मत्ती 26:1-5; मरकुस 14:1,2; लुका 22:1,2)
45तेखअ कई यहूदी मणछ ज़ुंण तिधी मरिअमा सेटा तै आऐ दै तिन्नां मांझ़ै किअ कई मणछै एऊ च़मत्कारा भाल़ी तेऊ दी विश्वास। 46तेखअ तिन्नां मांझ़ै दैनअ कई ज़ण्हैं फरीसी सेटा डेऊई ईशूए एऊ कामों समाद। 47इहअ शूणीं की बडै परोहितै और फरीसी कठा हई करै एक सभा और बोलअ, “हाम्हैं कै करा, अह मणछ ता बडै नछ़ैण च़मत्कार रहैऊआ?” 48ज़ै हाम्हैं एऊ लै एही ई ढील दैंदै रहे, ता सोभी करनअ तेऊ दी विश्वास कि अह आसा मसीहा, और रोमी लोगा करनअ म्हारै मांदरै और देशा दी कबज़अ।
49तेखअ तिन्नां मांझ़ै काईफा ज़ुंण तेसा साला माहा परोहित त, तेऊ बोलअ, “तम्हैं करा एही गल्ला कि ज़िहअ तम्हां का निं किछ़ै थोघ आथी! 50और नां इहअ सोठदै कि तम्हां लै आसा अह भलअ कि म्हारै लोगा लै एक मणछ मरे, सारी ज़ाती ता बरैबाद हणैं का बच़े।” 51सह गल्ल निं तेऊ आप्पू बाखा बोली, सह आसा त तेसा साला माहा परोहित, तेऊ की आजू हणैं आल़ी गल्ला प्रगट कि ईशू मरनअ इस्राएली लोगा लै। 52नां कि सिधअ तेसा ज़ाती लै, पर एते तैणीं बी कि परमेशरे छिंघुऐ दै बच्च़ै बी कठा करे। 53तेसा ई धैल़ी ओर्ही लागै तिंयां ईशू मारनें जोगा करदै।
54तैहीता तधा पोर्ही निं ईशू यहूदी लोगा मांझ़ै प्रगटअ नाठअ, पर तिधा का बणां नेल़ देशै एकी ईफराईम नांओंऐं नगरी लै नाठअ और आपणैं च़ेल्लै संघै लागअ तिधी रहंदअ।
55यहूदी लोगो ओवार्णैओ थैर त नेल़ और सराज़ा का बी नाठै कई लोग येरुशलेम तेऊ थैरा लै ताकि आप्पू शुचै करी सके। (2 इतिहास 30:17) 56ता तिंयां लागै ईशू लोल़ै और मांदरै खल़ै हई बोलदै कि तम्हैं कै समझ़ा? कि सह ओवार्णे थैरा लै एछणअ कि नांईं? 57फरीसी और बडै परोहितै बी त सोभी का इहअ बोली डाहअ द कि, ज़ै कसा का ईशू शुझिए, तै खोज़ै हाम्हां का, ताकि तेऊ कैद करी सके।
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लाज़रे मौत
1बेतनियाह नांओंए गराऊंऐं त एक लाज़र नांओं मणछ बमार। तेऊए ती दूई बैहणी मरिअम और मार्था। 2अह ती सह ई मरिअम, ज़ुंणी खुशबूदार किम्मती तेला करै प्रभू ईशूए च़रणैं मल़अ त और आपणैं मुंडे शराल़ा करै ईशूए खूर टुशै तै, सह बमार लाज़र त तेसो सकअ भाई। 3तेऊए बैहणी दैनअ ईशू लै समाद, “हे प्रभू, ज़हा संघै तूह बडी भारी झ़ूरी डाहा, सह आसा बमार।”
4एसा गल्ला शूणीं बोलअ ईशू, “अह बमारी निं मौता लै आथी पर अह आसा परमेशरे प्रतपा हणां लै, कि इना महान कामां करै हुंह परमेशरो शोहरू तेऊए महान शगती रहैऊई सके।”
5ईशू डाहा त दूई बैहणी मार्था मरिअम और तिन्नें भाई लाज़रा संघै बडी झ़ूरी। 6ईशू का लागअ थोघ कि लाज़र आसा बमार पर सह ज़िधी त; सह रहअ दूई धैल़ै तिधी। 7तेखअ बोलअ तेऊ दूई धैल़ै बाद आपणैं च़ेल्लै लै, “च़ाल्ला हाम्हां डेऊणअ ऐबै यहूदा लाक्कै लै।”
8च़ेल्लै बोलअ ईशू लै, “हे गूरू, यहूदी च़ाहा ताह अज़ी बी पात्थरा करै मारनअ, तैबी कै तूह तिधा लै च़ाहा डेऊणअ?”
9ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “धैल़ीए कै च़ार पहर निं हंदै? ज़ै कुंण धैल़ी हांढे, तेऊ निं ठोहल़ लागदी किल्हैकि तेऊ का शुझिआ संसारो प्रैशअ। 10पर ज़ै कुंण राची हांढे, तेऊ लागा ठोहल़ किल्हैकि राची हआ न्हैरअ।” 11ईशू बोली ईंयां गल्ला तिन्नां ई का, तेखअ बोलअ च़ेल्लै लै, “म्हारअ साथी लाज़र गअ सुत्ती, हुंह च़ाल्लअ तेऊ झ़ैऊंदअ डेऊई।”
12तेखअ बोलअ च़ेल्लै तेऊ लै, “हे प्रभू, ज़ै सह सुत्ती गअ, तै कै अह बच़ी जाणअ?” 13ईशू बोलअ त तिन्नां लै कि लाज़र गअ सुत्ती, पर तिंयां समझ़ै कि तेऊ बोलअ इहअ कि सह आसा निंजा सुत्तअ द। 14तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां लै साफ-साफ, “लाज़र गअ मरी, 15मुंह आसा एते खुशी कि हुंह ज़ेभै तेऊ प्राण शोटै हुंह निं तेभै तिधी थिई, ताकि तम्हां विश्वास होए। ऐबै च़ाल्ला हाम्हां डेऊणअ तेऊ सेटा लै।”
16तेखअ थोमा, ज़हा लै दिमुस बोला, आपणैं साथी च़ेल्लै लै बोलअ, “च़ाल्ला हाम्हां बी हुअ एऊ संघै मरदै डेऊणअ।”
ईशू दैआ ज़िन्दगी
17ज़ांऊं तिंयां तिधी पुजै ता, ईशू का लागअ इहअ थोघ कि लाज़रा हुऐ घोरी दाबी च़ार धैल़ै। 18बेतनियाह त येरुशलेम नगरी का कोई दूई मील दूर। 19बडै भारी यहूदी तै तिधी मार्था मरिअमा सेटा तिन्नें भाई मरी करै चिंजदै आऐ दै। 20मार्था ईशूए गल्ला शूणीं आई बाता; तैणीं मिलदी, पर मरिअम रही घरै। 21मार्था ईशू लै बोलअ, “हे प्रभू, ज़ै तूह इधी हंदअ, तै नांईं त मेरअ भाई कधि मरदअ, 22पर ऐबै बी आसा मुंह भरोस्सअ कि ज़ुंण बी तूह परमेशरा का मांगे, सह दैणअ परमेशरा ताल्है।”
23ईशू बोलअ तेसा लै, “हैल़अ निं करै, तेरअ भाई हणअ ज़िऊंदअ।”
24मार्था बोलअ ईशू लै, “मुखा आसा थोघ कि ज़ेभै परमेशरा मरी करै भी करनै ज़िऊंदै तेसा बेला करनअ ताह सह बी ज़िऊंदअ।” (शधाणूं 24:15)
25ईशू बोलअ तेसा लै, “हुंह करा मूंऐं दै लोगा बी ज़िऊंदै, हुंह ई दैआ तिन्नां लै ज़िन्दगी। ज़ै कुंण मुंह दी विश्वास करे, सह ज़ै मरी बी जाए, सह हणअ भी ज़िऊंदअ। 26पर ज़ुंण ज़िऊंदअ आसा और मुंह दी विश्वास करा, तिंयां निं मरनै। कै तूह एसा गल्ला दी विश्वास करा?”
27तेसा बोलअ, “हाँ प्रभू हुंह करा एसा गल्ला दी विश्वास कि परमेशरो शोहरू मसीहा ज़ुंण एऊ संसारा दी एछणैं आल़अ त, सह आसा तूह ई।”
ईशू का छ़ुटी लेरा
28इहअ बोली करै सह नाठी और आपणीं बैहणी मरिअमा का च़ुप-च़ुपै बोलअ, गूरू आसा इधी, सह शादा ताह पोर्ही। 29इहअ शूणीं करै सह तेभी पुजी ईशू सेटा। 30(ईशू निं अज़ी गराऊंए पुजी त, पर सह आसा त तिधी अज़ी ज़िधी तेऊ मार्था भेटी ती।)
31तिन्नैं यहूदी, ज़ुंण पांडा भितरी तिन्नां लै चिंजदै तै आऐ दै, तिन्नैं ज़ाणअ कि मरिअम नाठी हणीं घोरी सेटा लेरदी, ज़िधी लाज़र दाबअ द आसा, और तिंयां बी लागै तेसा पिछ़ू हांढदै।
32ज़ांऊं मरिअम तिधी पुजी, ज़िधी ईशू त, तिधी पुजधी तेसा ईशू सेटा माथअ टेक्कअ और खूरा दी उटी बाखा लेरदी-लेरदी बोलअ, “हे प्रभू, ज़ै तूह इधी हंदअ, तै नांईं त मेरअ भाई मरदअ।”
33तिन्नां लेरदै भाल़ी हुअ आपणैं मनैं दुखी, और आप्पू बी भर्हुअ तेऊओ गल़। तेखअ बोलअ ईशू मरिअम और यहूदी लै ज़ुंण तेसा पिछ़ू आऐ तै, “तम्हैं तेऊए ल्हास किधी आसा डाही दी दाबी?”
34तिन्नैं बोलअ, “हे प्रभू च़ाल्ल, आप्पै भाल़।” 35ईशूए आछी का छ़ुटै आशू। 36तेखअ लागै यहूदी आप्पू मांझ़ै बोलदै, “भाल़ा अह तेऊ संघा केतरी झ़ूरी डाहा त।” 37पर तिन्नां मांझ़ै बोलअ कई लोगै इहअ बी, “अह ज़ुंण कांणै मणछा ठीक करदअ फिरा, इहअ बी निं करी सकअ कि सह मणछ नांईं मरदअ?”
लाज़र ज़िऊंदअ करनअ
38बडअ भारी दुखी हई करै पुजअ ईशू तेसा ज़ैगा, ज़िधी लाज़र त दाबअ द। सह आसा ती एक घोर कोती दी और एकी बडै पात्थरा करै त घोरीओ मोहरअ बंद किअ द। 39ईशू बोलअ तिन्नां लै, “एऊ पात्थरा बदल़ा पोर्ही।”
तेखअ बोलअ तेऊ मूंऐं दै मणछे बैहणी मार्था, “हे प्रभू, तेऊ का हणीं ऐबै बास्स-शल़ैन्ह लागी दी, आझ़ गऐ तेऊ मरी च़ार धैल़ै हई।”
40ईशू बोलअ तेसा लै, “मंऐं ताखा किज़ै बोलअ त कि, ज़ै तूह विश्वास करे तै भाल़णअ ताह परमेशरो प्रतप।” 41तेखअ बदल़अ तिन्नें सह पात्थर पोर्ही और ईशू सरगा बाखा भाल़ी करै बोलअ, “हे मेरै बाप्पू परमेशर, हुंह करा ताल्है शूकर कि तंऐं हेरी मेरी अरज़ शूणीं। 42मुखा त थोघ कि तूह शूणां हर बगत मेरी, पर इहअ बोलअ मंऐं तै कि ज़ुंण मुंह फेर ईंयां लोग आसा, ईंयां बी विश्वास करे हुंह आसा तंऐं छ़ाडअ द।”
43इहअ बोली करै पाई ईशू ज़ोरै हाक, “हे लाज़र, बागा लै निखल़।” 44ज़ुंण लाज़र मरी गअ त, सह निखल़अ घोरी का बागा लै! तेऊए देही ती मरगे झिकल़ै करै पल़ेठुई दी और तेऊओ मुंह त कुआया करै बंद। तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां लै, “एऊ खोल्हा पोर्ही और एऊ दैआ डेऊणैं।”
ईशूए खलाफ छ़ल़
(मत्ती 26:1-5; मरकुस 14:1,2; लुका 22:1,2)
45तेखअ कई यहूदी मणछ ज़ुंण तिधी मरिअमा सेटा तै आऐ दै तिन्नां मांझ़ै किअ कई मणछै एऊ च़मत्कारा भाल़ी तेऊ दी विश्वास। 46तेखअ तिन्नां मांझ़ै दैनअ कई ज़ण्हैं फरीसी सेटा डेऊई ईशूए एऊ कामों समाद। 47इहअ शूणीं की बडै परोहितै और फरीसी कठा हई करै एक सभा और बोलअ, “हाम्हैं कै करा, अह मणछ ता बडै नछ़ैण च़मत्कार रहैऊआ?” 48ज़ै हाम्हैं एऊ लै एही ई ढील दैंदै रहे, ता सोभी करनअ तेऊ दी विश्वास कि अह आसा मसीहा, और रोमी लोगा करनअ म्हारै मांदरै और देशा दी कबज़अ।
49तेखअ तिन्नां मांझ़ै काईफा ज़ुंण तेसा साला माहा परोहित त, तेऊ बोलअ, “तम्हैं करा एही गल्ला कि ज़िहअ तम्हां का निं किछ़ै थोघ आथी! 50और नां इहअ सोठदै कि तम्हां लै आसा अह भलअ कि म्हारै लोगा लै एक मणछ मरे, सारी ज़ाती ता बरैबाद हणैं का बच़े।” 51सह गल्ल निं तेऊ आप्पू बाखा बोली, सह आसा त तेसा साला माहा परोहित, तेऊ की आजू हणैं आल़ी गल्ला प्रगट कि ईशू मरनअ इस्राएली लोगा लै। 52नां कि सिधअ तेसा ज़ाती लै, पर एते तैणीं बी कि परमेशरे छिंघुऐ दै बच्च़ै बी कठा करे। 53तेसा ई धैल़ी ओर्ही लागै तिंयां ईशू मारनें जोगा करदै।
54तैहीता तधा पोर्ही निं ईशू यहूदी लोगा मांझ़ै प्रगटअ नाठअ, पर तिधा का बणां नेल़ देशै एकी ईफराईम नांओंऐं नगरी लै नाठअ और आपणैं च़ेल्लै संघै लागअ तिधी रहंदअ।
55यहूदी लोगो ओवार्णैओ थैर त नेल़ और सराज़ा का बी नाठै कई लोग येरुशलेम तेऊ थैरा लै ताकि आप्पू शुचै करी सके। (2 इतिहास 30:17) 56ता तिंयां लागै ईशू लोल़ै और मांदरै खल़ै हई बोलदै कि तम्हैं कै समझ़ा? कि सह ओवार्णे थैरा लै एछणअ कि नांईं? 57फरीसी और बडै परोहितै बी त सोभी का इहअ बोली डाहअ द कि, ज़ै कसा का ईशू शुझिए, तै खोज़ै हाम्हां का, ताकि तेऊ कैद करी सके।
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