युहन्ना 8
8
कंज़री बेटल़ी लै माफी
1तेखअ नाठै सोभ ज़ण्हैं आपणैं-आपणैं घरा लै पर ईशू नाठअ जैतून धारा लै। 2दुजै धैल़ै दोती नाठअ ईशू मांदरा लै। तिधी आऐ कई लोग तेऊ सेटा लै, और सह लागअ मांदरे खोल़ै बेशी करै तिन्नां लै शिक्षा दैंदअ।
3तेखअ आणी शास्त्री और फरीसी तेऊ सेटा लै एक कंज़री बेटल़ी। सह ढाकी ती तिन्नैं मोक्कै दी कंझ़रदी। सह की तिन्नैं सोभी लोगा नदरी खल़ी संघा बोलअ तिन्नैं ईशू लै, 4“हे गूरू, अह बेटल़ी ढाकी हाम्हैं मोक्कै दी कंझ़रदी। 5बधाना दी आसा मुसा हाम्हां लै बोलअ द कि एही बेटल़ी लै लागा पात्थरो ढो दैणअ, ऐबै तेरी एसा बेटल़ीए बारै किज़ै राऐ आसा?” (लेबी बधान 20:10)
6अह गल्ल बोली तिन्नैं तेऊ परखणां लै ताकि तेऊ दी किज़ै नां किज़ै दोश काढी सके, पर ईशू रहअ उटी बाखा गुंठी करै धरनीं किज़ू लिखदअ लागी। 7ज़ांऊं तिंयां पुछ़दै ई तै लागै, ता ईशू फिरअ तिन्नां लै समुखअ तेखअ बोलअ तिन्नां लै, “तम्हां मांझ़ै ज़ुंणी कधि पाप निं किअ सह बाहा एसा बेटल़ी लै सोभी का पैहलै पात्थरै।” (रोमी 2:1) 8तेखअ लागअ ईशू भी गुंठी करै धरनीं माटै दी किज़ू लिखदअ।
9इहअ शूणीं लागै करै तिंयां सोभ बडै का होछ़ै तैणीं एक-एक करी आपणीं बाता हांढदै। ईशू रहअ तिधी एक्कै ज़ण्हअ, और सह बेटल़ी रही तिधी खल़्हुई। 10ईशू बोलअ तेसा बेटल़ी, “हे ज़नानी, तिंयां केसी नाठै? ताल्है सज़ा कोही निं दैनी?” 11तेसा बोलअ, “हे प्रभू कोही निं।” तेखअ बोलअ ईशू तेसा लै, “हुंबी निं ताल्है कोई सज़ा दैंदअ, डेऊ, पर भी निं पाप करी।”
ईशू आसा संसारा लै प्रैशअ
12तेखअ बोलअ भी ईशू लोगा लै, “संसारा लै प्रैशअ आसा हुंह, ज़ुंण मेरी गल्ला मनी मुंह पिछ़ू एछे सह निं न्हैरै दी रहणअ, पर तेऊ भेटणअ ज़िन्दगी दैणैं आल़अ प्रैशअ।” (युहन्ना 12:46)
13फरीसी पंथे लोगै बोलअ तेऊ लै, “तूह दैआ आपणीं गवाही आप्पै, तेरी गवाही निं शुची आथी।”
14ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “हुंह दैआ आपणीं गवाही आप्पै, तैबी आसा मेरी गवाही शुची। किल्हैकि मुखा आसा थोघ कि हुंह किधा का आसा आअ द और किधा लै डेऊणअ? पर तम्हां का निं थोघै कि तम्हैं किधा का आऐ और किधा लै डेऊणैं?
15 “तम्हैं दैआ मणछे बणांऐं दै बधाने साबै होरी लै सज़ा, और हुंह निं कोहिओ न्याय करदअ आथी आअ द।
16 “ज़ै हुंह न्याय करूं बी, तैबी आसा मेरअ न्याय शुचअ। किल्हैकि हुंह निं एक्कै आथी, मुंह संघै आसा बाप्पू परमेशर ज़ुंणी हुंह छ़ाडअ द आसा।
17 “थारै बधाना दी बी आसा लिखअ द, ‘ज़ै दूई मणछ एकी रंगे गल्ला खोज़े ता तेता मना शुची गवाही।’ 18एक ता दैआ हुंह तम्हां लै आपणैं बारै गवाही और दुजअ दैआ मेरअ बाप्पू मेरै बारै गवाही ज़ुंणी हुंह छ़ाडअ द आसा।” (बधान 19:15)
19फरीसी पंथे लोगै बोलअ तेऊ लै, “तेरअ बाप्पू किधी आसा?”
ईशू बोलअ तिन्नां लै, “ज़ै तम्हैं मुंह बछ़ैणदै, तै बछ़ैणनअ त तम्हां मेरअ बाप्पू बी। ज़ेभै तैणीं तम्हां का इहअ थोघ निं लागे कि हुंह कुंण आसा तेभै तैणीं निं तम्हां का थोघ लागणअ कि मेरअ बाप्पू कुंण आसा।” 20ईंयां गल्ला बोली तेऊ मांदरे भढारै शिक्षा दैंदी बारी, पर कोहै निं तेऊ कैद करना लै आजू निखल़ै। किल्हैकि तेऊओ बगत निं अज़ी आई त।
आपणैं बारै ईशूए बोल
21तेखअ बोलअ तेऊ भी तिन्नां लै, “मुंह ता डेऊणअ आपणीं बाता, पर तम्हैं हणैं मुंह लोल़ै, और तम्हैं हणैं आपणैं पापा दी मरदै, और ज़िधी हुंह डेओआ, तिधी निं तम्हैं एछी सकदै।”
22एसा गल्ला लै लागै यहूदी मुखियै इहअ बोलदै, “एऊ कै आपणैं आप मरनअ, ज़ुंण अह इहअ बोला कि ज़िधा लै हुंह डेओआ, तिधा लै निं तम्हैं एछी सकदै?”
23तेऊ बोलअ तिन्नां लै इहअ, “तम्हैं आसा उंधै पृथूईए, पर हुंह आसा उझै स्वर्गो। तम्हैं आसा एऊ संसारे पर हुंह निं एऊ संसारो आथी।
24 “तैहीता मंऐं तम्हां लै इहअ बोलअ कि, ज़ै तम्हैं विश्वास नांईं करे कि हुंह आसा सह ई, तम्हैं मरनै और ज़ुंण तम्हैं पाप आसा किऐ दै तेते भेटणीं तम्हां परमेशरा का सज़ा।”
25फरीसी पंथे लोगै बोलअ तेऊ लै, “तूह कुंण आसा?”
ईशू बोलअ तिन्नां लै, “हुंह आसा सह ई ज़ुंण हुंह शुरू ओर्ही तम्हां का खोज़दी आअ।
26 “थारै बारै आसा मुंह कई गल्ला सोठी लणा लै। पर मुंह इधा लै छ़ाडणैं आल़अ आसा शुचअ। हुंह खोज़ा एऊ संसारे लोगा का तिन्नां ई गल्ला, ज़ुंण मंऐं तेऊ का शूणीं दी आसा।”
27तिंयां निं एसा गल्ला समझ़ै कि अह आसा लागअ द बाप्पू परमेशरे बारै बोलदअ। 28तेखअ बोलअ ईशू, “ज़ेभै तम्हां हुंह मणछो शोहरू उछ़टै दी छ़ड़ाऊंणअ, तेभै लागणअ तम्हां का थोघ कि हुंह आसा प्रभू और हुंह निं आपणीं बाखा किछ़ै करदअ। हुंह बोला तिन्नां ई गल्ला ज़ुंण बाप्पू मुखा खोज़ी दी आसा।
29 “ज़ुंणी हुंह छ़ाडअ द आसा सह आसा मुंह संघै, तेऊ निं हुंह कल्ही आथी डाहअ द, किल्हैकि हुंह करा सदा तिन्नां ई कामां ज़ुंण तेऊए मरज़ी आसा।”
30ईशू त इना गल्ला बोलदअ ई लागअ द कि कई लोगै किअ तेऊ दी विश्वास।
सत्ता दैणीं तम्हां लै आज़ादी
31तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां यहूदी लै ज़ुंणी तेऊए गल्ला दी विश्वास किअ, “ज़ै तम्हैं मेरी शिक्षा शूणीं करै ज़िन्दगी दी तिहअ ई करे, तै हणैं तम्हैं मेरै च़ेल्लै। 32तै समझ़णअ तम्हां सत्त और तेऊ सत्ता दैणीं तम्हां लै तिन्नां गल्ला का आज़ादी ज़ेते तम्हैं गुलाम आसा।”
33तिन्नैं बोलअ, “हाम्हैं आसा आबरामे खांनदानी का, और हाम्हैं निं कधि कोहिए गुलाम हुऐ आथी, तै तूह इहअ किज़ै बोला कि तम्हैं हणैं आज़ाद?”
34ईशू बोलअ तिन्नां लै, “हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त कि ज़ुंण बी पाप करा, सह आसा पापो गुलाम। 35टैहलू निं कबल्लअ घरै रहंदअ पर शोहरू रहा कबल्लअ। (गलाती 4:30) 36ज़ै शोहरू तम्हां लै आज़ादी दैए, तै हणैं तम्हैं सच्च़ी आज़ाद। 37मुखा आसा थोघ कि तम्हैं आसा आबरामे लुआद। पर तैबी निं मेरै बैणा लै थारै दिलै ज़ैगा आथी। तैही च़ाहा तम्हैं मुंह मारी पाणअ। 38हुंह करा तिहअ ई ज़ुंण मंऐं आपणैं बाप्पू संघै आसा भाल़अ द, और तम्हैं बी करा तिहअ ई ज़ुंण तम्हैं आपणैं बाप्पू का आसा भाल़अ द।”
39तिन्नैं दैनअ तेऊ लै ज़बाब, “म्हारअ पित्तर आसा आबराम।”
तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां लै, “ज़ै तम्हैं आबरामे लुआद आसा, तै करदै तम्हैं आबरामा ज़िहअ काम बी। 40पर ऐबै च़ाहा तम्हैं इहै मणछा मारी पाणअ ज़ुंणी तम्हां का शुचअ बैण खोज़अ ज़ुंण तेऊ परमेशरा का शूणअ। इहअ ता कधू आबरामै बी नांईं किअ? 41तम्हैं करा आपणैं बाप्पू ज़िहअ काम।” तेखअ बोलअ तिन्नैं तेऊ लै, “हाम्हैं निं आथी कंज़रीए लुआद, म्हारअ आसा एक्कै बाप्पू, मतलब परमेशर।”
42ईशू बोलअ तिन्नां लै, “ज़ै थारअ बाप्पू परमेशर हंदअ तै डाहणीं ती तम्हां मुंह संघै झ़ूरी। किल्हैकि हुंह आसा परमेशरा का निखल़ी करै आअ द, हुंह निं आप्पै आथी आअ द पर हुंह आसा तेऊ छ़ाडअ द। 43तम्हैं मेरी गल्ला किल्है निं समझ़दै? तै कि मेरअ बैण निं शूणीं सकदै।
44 “तम्हैं आसा आपणैं बाप्पू राख्से शोहरू और तम्हैं च़ाहा तिन्नां गल्ला करनी ज़ेता थारअ बाप्पू राख्स तम्हां का खोज़ा। सह आसा शुरू ई का हत्या करनै आल़अ। सह निं सत्ता दी रहंदअ। किल्हैकि सत्त निं तेऊ दी आथी। तेऊओ आसा सभाब ई झ़ुठअ। किल्हैकि सह आसा झ़ुठै-झ़ुठैओ बाप्पू। (शधाणूं 13:10)
45 “हुंह खोज़ा सत्त पर तम्हैं निं मेरी गल्लो विश्वास करदै! 46तम्हां मांझ़ै कुंण सका मुल्है पापी बोली? ज़ै हुंह शुचअ बोला, तै तम्हैं मेरी गल्लो विश्वास किल्है निं करदै? 47ज़ुंण परमेशरो आसा, सह शूणां परमेशरे गल्ला, तम्हैं निं तै शुणदै कि तम्हैं निं परमेशरे आथी।”
ईशू और आबराम
48इहअ शूणीं बोलअ यहूदी तेऊ लै, “तैहीता हाम्हैं ताल्है ठीक ई बोला कि तूह आसा सामरी और ताह भितरी आसा भूत?”
49ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “मुखा भूत ता निं आथी पर हुंह करा आपणैं बाप्पू परमेशरो अदर और तम्हैं निं मेरअ अदर करदै। 50पर हुंह निं आपणअ अदर, गुणगान च़ाहंदअ। पर हाँ, एक आसा और सह करा एसा गल्लो न्याय बी। 51हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त, ‘ज़ै कुंण मेरी गल्ला शुणें, तेऊए निं कधि मौत हणीं।’”
52यहूदी बोलअ तेऊ लै, ऐबै गअ हाम्हां का थोघ लागी कि ताह दी आसा भूत, आबराम मूंअ, परमेशरे गूर बी मूंऐं, और तूह बोला कि ज़ुंण तेरी गल्ला मनें सह रहणअ सदा ज़िऊंदअ! 53म्हारअ बाप्पू आबराम मूंअ, तूह कै तेऊ का बी बडअ आसा? परमेशरे गूर बी मूंऐं, तूह आपणैं आप कै समझ़ा?
54ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “ज़ै हुंह आप्पै आपणैं प्रतपा खोज़ूं, सह प्रतप निं किछ़ै हणीं। पर मेरी प्रतपा खोज़दअ आसा मेरअ बाप्पू ज़हा लै तम्हैं आपणअ परमेशर बोला। 55तम्हां का निं तेऊओ थोघ आथी पर मुखा आसा थोघ। ज़ै हुंह इहअ बोलूं कि मुखा निं तेऊओ थोघ आथी तै हणअ त हुंह तम्हां ज़िहअ झ़ुठअ। पर मुखा आसा तेऊओ थोघ और हुंह तेऊओ शूणां मना बी। 56थारै पित्तर आबरामे ती मुंह भाल़णें बडअ भारी आशा और तेऊ अह गल्ल भाल़ी बी और सह खुश बी हुअ।”
57यहूदी बोलअ तेखअ ईशू लै, “अज़ी निं तूह पज़ाह सालो बी हुअ और तैबी बोला तूह इहअ कि तंऐं भाल़अ आबराम।”
58ईशू बोलअ तिन्नां लै, “हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त कि हुंह त आबरामा का बी पैहलै।” 59एसा गल्ला शूणीं च़कै तिन्नैं ईशू मारना लै पात्थर पर ईशू निखल़अ मांदरा का बागै दूर।
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युहन्ना 8: OSJNT
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युहन्ना 8
8
कंज़री बेटल़ी लै माफी
1तेखअ नाठै सोभ ज़ण्हैं आपणैं-आपणैं घरा लै पर ईशू नाठअ जैतून धारा लै। 2दुजै धैल़ै दोती नाठअ ईशू मांदरा लै। तिधी आऐ कई लोग तेऊ सेटा लै, और सह लागअ मांदरे खोल़ै बेशी करै तिन्नां लै शिक्षा दैंदअ।
3तेखअ आणी शास्त्री और फरीसी तेऊ सेटा लै एक कंज़री बेटल़ी। सह ढाकी ती तिन्नैं मोक्कै दी कंझ़रदी। सह की तिन्नैं सोभी लोगा नदरी खल़ी संघा बोलअ तिन्नैं ईशू लै, 4“हे गूरू, अह बेटल़ी ढाकी हाम्हैं मोक्कै दी कंझ़रदी। 5बधाना दी आसा मुसा हाम्हां लै बोलअ द कि एही बेटल़ी लै लागा पात्थरो ढो दैणअ, ऐबै तेरी एसा बेटल़ीए बारै किज़ै राऐ आसा?” (लेबी बधान 20:10)
6अह गल्ल बोली तिन्नैं तेऊ परखणां लै ताकि तेऊ दी किज़ै नां किज़ै दोश काढी सके, पर ईशू रहअ उटी बाखा गुंठी करै धरनीं किज़ू लिखदअ लागी। 7ज़ांऊं तिंयां पुछ़दै ई तै लागै, ता ईशू फिरअ तिन्नां लै समुखअ तेखअ बोलअ तिन्नां लै, “तम्हां मांझ़ै ज़ुंणी कधि पाप निं किअ सह बाहा एसा बेटल़ी लै सोभी का पैहलै पात्थरै।” (रोमी 2:1) 8तेखअ लागअ ईशू भी गुंठी करै धरनीं माटै दी किज़ू लिखदअ।
9इहअ शूणीं लागै करै तिंयां सोभ बडै का होछ़ै तैणीं एक-एक करी आपणीं बाता हांढदै। ईशू रहअ तिधी एक्कै ज़ण्हअ, और सह बेटल़ी रही तिधी खल़्हुई। 10ईशू बोलअ तेसा बेटल़ी, “हे ज़नानी, तिंयां केसी नाठै? ताल्है सज़ा कोही निं दैनी?” 11तेसा बोलअ, “हे प्रभू कोही निं।” तेखअ बोलअ ईशू तेसा लै, “हुंबी निं ताल्है कोई सज़ा दैंदअ, डेऊ, पर भी निं पाप करी।”
ईशू आसा संसारा लै प्रैशअ
12तेखअ बोलअ भी ईशू लोगा लै, “संसारा लै प्रैशअ आसा हुंह, ज़ुंण मेरी गल्ला मनी मुंह पिछ़ू एछे सह निं न्हैरै दी रहणअ, पर तेऊ भेटणअ ज़िन्दगी दैणैं आल़अ प्रैशअ।” (युहन्ना 12:46)
13फरीसी पंथे लोगै बोलअ तेऊ लै, “तूह दैआ आपणीं गवाही आप्पै, तेरी गवाही निं शुची आथी।”
14ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “हुंह दैआ आपणीं गवाही आप्पै, तैबी आसा मेरी गवाही शुची। किल्हैकि मुखा आसा थोघ कि हुंह किधा का आसा आअ द और किधा लै डेऊणअ? पर तम्हां का निं थोघै कि तम्हैं किधा का आऐ और किधा लै डेऊणैं?
15 “तम्हैं दैआ मणछे बणांऐं दै बधाने साबै होरी लै सज़ा, और हुंह निं कोहिओ न्याय करदअ आथी आअ द।
16 “ज़ै हुंह न्याय करूं बी, तैबी आसा मेरअ न्याय शुचअ। किल्हैकि हुंह निं एक्कै आथी, मुंह संघै आसा बाप्पू परमेशर ज़ुंणी हुंह छ़ाडअ द आसा।
17 “थारै बधाना दी बी आसा लिखअ द, ‘ज़ै दूई मणछ एकी रंगे गल्ला खोज़े ता तेता मना शुची गवाही।’ 18एक ता दैआ हुंह तम्हां लै आपणैं बारै गवाही और दुजअ दैआ मेरअ बाप्पू मेरै बारै गवाही ज़ुंणी हुंह छ़ाडअ द आसा।” (बधान 19:15)
19फरीसी पंथे लोगै बोलअ तेऊ लै, “तेरअ बाप्पू किधी आसा?”
ईशू बोलअ तिन्नां लै, “ज़ै तम्हैं मुंह बछ़ैणदै, तै बछ़ैणनअ त तम्हां मेरअ बाप्पू बी। ज़ेभै तैणीं तम्हां का इहअ थोघ निं लागे कि हुंह कुंण आसा तेभै तैणीं निं तम्हां का थोघ लागणअ कि मेरअ बाप्पू कुंण आसा।” 20ईंयां गल्ला बोली तेऊ मांदरे भढारै शिक्षा दैंदी बारी, पर कोहै निं तेऊ कैद करना लै आजू निखल़ै। किल्हैकि तेऊओ बगत निं अज़ी आई त।
आपणैं बारै ईशूए बोल
21तेखअ बोलअ तेऊ भी तिन्नां लै, “मुंह ता डेऊणअ आपणीं बाता, पर तम्हैं हणैं मुंह लोल़ै, और तम्हैं हणैं आपणैं पापा दी मरदै, और ज़िधी हुंह डेओआ, तिधी निं तम्हैं एछी सकदै।”
22एसा गल्ला लै लागै यहूदी मुखियै इहअ बोलदै, “एऊ कै आपणैं आप मरनअ, ज़ुंण अह इहअ बोला कि ज़िधा लै हुंह डेओआ, तिधा लै निं तम्हैं एछी सकदै?”
23तेऊ बोलअ तिन्नां लै इहअ, “तम्हैं आसा उंधै पृथूईए, पर हुंह आसा उझै स्वर्गो। तम्हैं आसा एऊ संसारे पर हुंह निं एऊ संसारो आथी।
24 “तैहीता मंऐं तम्हां लै इहअ बोलअ कि, ज़ै तम्हैं विश्वास नांईं करे कि हुंह आसा सह ई, तम्हैं मरनै और ज़ुंण तम्हैं पाप आसा किऐ दै तेते भेटणीं तम्हां परमेशरा का सज़ा।”
25फरीसी पंथे लोगै बोलअ तेऊ लै, “तूह कुंण आसा?”
ईशू बोलअ तिन्नां लै, “हुंह आसा सह ई ज़ुंण हुंह शुरू ओर्ही तम्हां का खोज़दी आअ।
26 “थारै बारै आसा मुंह कई गल्ला सोठी लणा लै। पर मुंह इधा लै छ़ाडणैं आल़अ आसा शुचअ। हुंह खोज़ा एऊ संसारे लोगा का तिन्नां ई गल्ला, ज़ुंण मंऐं तेऊ का शूणीं दी आसा।”
27तिंयां निं एसा गल्ला समझ़ै कि अह आसा लागअ द बाप्पू परमेशरे बारै बोलदअ। 28तेखअ बोलअ ईशू, “ज़ेभै तम्हां हुंह मणछो शोहरू उछ़टै दी छ़ड़ाऊंणअ, तेभै लागणअ तम्हां का थोघ कि हुंह आसा प्रभू और हुंह निं आपणीं बाखा किछ़ै करदअ। हुंह बोला तिन्नां ई गल्ला ज़ुंण बाप्पू मुखा खोज़ी दी आसा।
29 “ज़ुंणी हुंह छ़ाडअ द आसा सह आसा मुंह संघै, तेऊ निं हुंह कल्ही आथी डाहअ द, किल्हैकि हुंह करा सदा तिन्नां ई कामां ज़ुंण तेऊए मरज़ी आसा।”
30ईशू त इना गल्ला बोलदअ ई लागअ द कि कई लोगै किअ तेऊ दी विश्वास।
सत्ता दैणीं तम्हां लै आज़ादी
31तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां यहूदी लै ज़ुंणी तेऊए गल्ला दी विश्वास किअ, “ज़ै तम्हैं मेरी शिक्षा शूणीं करै ज़िन्दगी दी तिहअ ई करे, तै हणैं तम्हैं मेरै च़ेल्लै। 32तै समझ़णअ तम्हां सत्त और तेऊ सत्ता दैणीं तम्हां लै तिन्नां गल्ला का आज़ादी ज़ेते तम्हैं गुलाम आसा।”
33तिन्नैं बोलअ, “हाम्हैं आसा आबरामे खांनदानी का, और हाम्हैं निं कधि कोहिए गुलाम हुऐ आथी, तै तूह इहअ किज़ै बोला कि तम्हैं हणैं आज़ाद?”
34ईशू बोलअ तिन्नां लै, “हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त कि ज़ुंण बी पाप करा, सह आसा पापो गुलाम। 35टैहलू निं कबल्लअ घरै रहंदअ पर शोहरू रहा कबल्लअ। (गलाती 4:30) 36ज़ै शोहरू तम्हां लै आज़ादी दैए, तै हणैं तम्हैं सच्च़ी आज़ाद। 37मुखा आसा थोघ कि तम्हैं आसा आबरामे लुआद। पर तैबी निं मेरै बैणा लै थारै दिलै ज़ैगा आथी। तैही च़ाहा तम्हैं मुंह मारी पाणअ। 38हुंह करा तिहअ ई ज़ुंण मंऐं आपणैं बाप्पू संघै आसा भाल़अ द, और तम्हैं बी करा तिहअ ई ज़ुंण तम्हैं आपणैं बाप्पू का आसा भाल़अ द।”
39तिन्नैं दैनअ तेऊ लै ज़बाब, “म्हारअ पित्तर आसा आबराम।”
तेखअ बोलअ ईशू तिन्नां लै, “ज़ै तम्हैं आबरामे लुआद आसा, तै करदै तम्हैं आबरामा ज़िहअ काम बी। 40पर ऐबै च़ाहा तम्हैं इहै मणछा मारी पाणअ ज़ुंणी तम्हां का शुचअ बैण खोज़अ ज़ुंण तेऊ परमेशरा का शूणअ। इहअ ता कधू आबरामै बी नांईं किअ? 41तम्हैं करा आपणैं बाप्पू ज़िहअ काम।” तेखअ बोलअ तिन्नैं तेऊ लै, “हाम्हैं निं आथी कंज़रीए लुआद, म्हारअ आसा एक्कै बाप्पू, मतलब परमेशर।”
42ईशू बोलअ तिन्नां लै, “ज़ै थारअ बाप्पू परमेशर हंदअ तै डाहणीं ती तम्हां मुंह संघै झ़ूरी। किल्हैकि हुंह आसा परमेशरा का निखल़ी करै आअ द, हुंह निं आप्पै आथी आअ द पर हुंह आसा तेऊ छ़ाडअ द। 43तम्हैं मेरी गल्ला किल्है निं समझ़दै? तै कि मेरअ बैण निं शूणीं सकदै।
44 “तम्हैं आसा आपणैं बाप्पू राख्से शोहरू और तम्हैं च़ाहा तिन्नां गल्ला करनी ज़ेता थारअ बाप्पू राख्स तम्हां का खोज़ा। सह आसा शुरू ई का हत्या करनै आल़अ। सह निं सत्ता दी रहंदअ। किल्हैकि सत्त निं तेऊ दी आथी। तेऊओ आसा सभाब ई झ़ुठअ। किल्हैकि सह आसा झ़ुठै-झ़ुठैओ बाप्पू। (शधाणूं 13:10)
45 “हुंह खोज़ा सत्त पर तम्हैं निं मेरी गल्लो विश्वास करदै! 46तम्हां मांझ़ै कुंण सका मुल्है पापी बोली? ज़ै हुंह शुचअ बोला, तै तम्हैं मेरी गल्लो विश्वास किल्है निं करदै? 47ज़ुंण परमेशरो आसा, सह शूणां परमेशरे गल्ला, तम्हैं निं तै शुणदै कि तम्हैं निं परमेशरे आथी।”
ईशू और आबराम
48इहअ शूणीं बोलअ यहूदी तेऊ लै, “तैहीता हाम्हैं ताल्है ठीक ई बोला कि तूह आसा सामरी और ताह भितरी आसा भूत?”
49ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “मुखा भूत ता निं आथी पर हुंह करा आपणैं बाप्पू परमेशरो अदर और तम्हैं निं मेरअ अदर करदै। 50पर हुंह निं आपणअ अदर, गुणगान च़ाहंदअ। पर हाँ, एक आसा और सह करा एसा गल्लो न्याय बी। 51हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त, ‘ज़ै कुंण मेरी गल्ला शुणें, तेऊए निं कधि मौत हणीं।’”
52यहूदी बोलअ तेऊ लै, ऐबै गअ हाम्हां का थोघ लागी कि ताह दी आसा भूत, आबराम मूंअ, परमेशरे गूर बी मूंऐं, और तूह बोला कि ज़ुंण तेरी गल्ला मनें सह रहणअ सदा ज़िऊंदअ! 53म्हारअ बाप्पू आबराम मूंअ, तूह कै तेऊ का बी बडअ आसा? परमेशरे गूर बी मूंऐं, तूह आपणैं आप कै समझ़ा?
54ईशू दैनअ तिन्नां लै ज़बाब, “ज़ै हुंह आप्पै आपणैं प्रतपा खोज़ूं, सह प्रतप निं किछ़ै हणीं। पर मेरी प्रतपा खोज़दअ आसा मेरअ बाप्पू ज़हा लै तम्हैं आपणअ परमेशर बोला। 55तम्हां का निं तेऊओ थोघ आथी पर मुखा आसा थोघ। ज़ै हुंह इहअ बोलूं कि मुखा निं तेऊओ थोघ आथी तै हणअ त हुंह तम्हां ज़िहअ झ़ुठअ। पर मुखा आसा तेऊओ थोघ और हुंह तेऊओ शूणां मना बी। 56थारै पित्तर आबरामे ती मुंह भाल़णें बडअ भारी आशा और तेऊ अह गल्ल भाल़ी बी और सह खुश बी हुअ।”
57यहूदी बोलअ तेखअ ईशू लै, “अज़ी निं तूह पज़ाह सालो बी हुअ और तैबी बोला तूह इहअ कि तंऐं भाल़अ आबराम।”
58ईशू बोलअ तिन्नां लै, “हुंह खोज़ा तम्हां का सत्त कि हुंह त आबरामा का बी पैहलै।” 59एसा गल्ला शूणीं च़कै तिन्नैं ईशू मारना लै पात्थर पर ईशू निखल़अ मांदरा का बागै दूर।
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