लूका 6
6
सब्तैरा (यानि आरामेरी धियाड़िरा) प्रभु
1फिरी यहूदिया केरी आरामेरी एकि धियाड़ि जेख्णी यीशु जां तेसेरै चैलै किणकेरी पेटिरै बिच बत्तै गांहथै थ्यै, ता तेसेरै चैलै चलतै-चलतै किणकेरै दांणै कढि करि हत्था मझ पिरोड़ी-पिरोड़ी करि खांणा लगै। 2तां फरीसियै सैक्यै ऐहीं तका करि यीशु सेईतै बौलु, “तका; आरामेरी धियाड़ि ऐतिया कम केईनी अत्तै कातै जै मूसेरी व्यवस्थायरै अनुसार ठीक ना?” 3यीशु तेन्हांनि जुबाव दिता, “क्या तुहां ऐक्यु पवित्र शास्त्रा मझ पढ़ोरू ना कि, जेख्णी दाऊदा जां तेसेरै साउगिया भ्रुख लगी ता तेनी कितु केईथ्यु? 4तेनी किहीं परमेश्वरेरै घरा मझ गहि करि भैंट चाढ़ोरी रोटी खई, जेसैरा खांणैरा हक याजका छडि करि होरनियां कोसनि बि ना थ्या, जां तेनी अपड़ै सउगियानि बि खांणेरै तेईनी दित्ती।” 5फिरी यीशु तैन्हांं सिंउ बौलु, “आंउ मतलब मैहणुरा पुत्र आरामेरी धियाड़िरा बि प्रभु आ।”
शुकोरै हत्थै वा मैहणु ठीक कांना
(मत्ती 12:9-14; मरकुस. 3:1-6)
6होरी आरामेरी धियाड़ि यीशु यहूदी सभा घरा मझ ग्या जां उपदेश कांना लगा; तैठि अक ऐतिया मैहणु थ्या जेसैरा सुमला हत्थ शुकौरा थ्या। 7शास्त्री जां फरीसी तैस पन दोष लांणानि मौका तोपतै थ्यै कि तकांतै सै आरामेरी धियाड़ि ठीक काता कि ना। 8पण यीशु तेन्हैरै मंना मझि गलै जांणीथ्या; ऐठणीरै तेईनी शुकोरै हत्थै बाऐ मैहणुनी बौलु, “उठिकरि सभनियांं मैहणुवां केरै मझाटै खड़ा भौ गा।” जां सै उठिकरि खड़ा भौ ग्या। 9यीशु तैन्हांं सिंउ बौलु, “आंउ तुहां किना ऐ पुछणा चांहथा कि आरामेरी धियाड़ि कोस्केरा भला कांना ठीक आ या बुरू कांनु ठीक आ; प्रांण बचाणै या नाश कांने?” 10ता तेनी हर-एकि मैहणु धेरै मुड़ि करि तकाउ, फिरी तैस मैहणुनी बौलु, “अपड़ा हत्थ आघै कर।” तेनी अपड़ा हत्थ अघ्रियालीं केया जां सै ठीक भौ ग्या। 11पण सै गुस्सै मझ भौ करि जअना लगै जां योकियनि बोलणा लगै कि असु अबै यीशु सिंउ कितु कांनु।
बाराह खास चैलै
(मत्ती 10:1-4; मरकुस. 3:13-19)
12अक धियाड़ी यीशु पहाड़ा पन प्रार्थना कांननी ग्या, जां परमेश्वरा सिंउ प्रार्थना कांना मझ सारी रात बिताई। 13जेख्णी भियाग भुई ता तेनी अपड़ै चैलै ऐपु किनि शदाय। तैन्हांं मझां बाराह चैलै चुणी ल्यै, जां तेन्हांनि खास चैलै भूंणैरू नाँ दित्तु। 14शमौन जेसैरू नाँ यीशु पतरस बि रखु, जां तेसैरा भाई अन्द्रियास; जां याकूब, यूहन्ना, फिलिप्पुस, बरतुल्मै, 15जां मत्ती, थोमा, हलफईरा पुत्र याकूब, जां शमौन जै यहूदी दलैरा अक सदस्य थ्या, जां जेनि रोमी सरकारिरै खिलाफ मैहणुवां विद्रोह कांनेरै तेईनी भड़काईंथ्या, 16जां याकूबेरा पुत्र यहूदा, जां यहूदा इस्करियोती जै तैस पकड़वाणै वा बणां।
यीशुरी मैहणुवंनी शिक्षा दींणी जां ठीक कांने
(मत्ती 4:23-25; 5:1-12)
17यीशु तैन्हांं खास बाराह चैला सेईतै पहाड़ा किना उतरि करि एकि मैदाना मझ खड़ा भौ ग्या; तैठि तेसेरै बड़ै सारै चैलै थ्यै, जां अक मैहणुवां केरी बड़ी बडी भीड़ बि थी। सै मैहणु सारै गलील प्रदेशा यहूदिया प्रदेशा, यरूशलेम शहरा, जां सूर जां सैदाईरै समुंद्रेरै किनारै किना यौउरै थ्यै। 18सै यीशुरा उपदेश शुणना यौउरै थ्यै; यीशु बुरी आत्माय बाऐ बिमार मैहणु ठीक कियै। 19सारै मैहणु यीशु छूंणैरी कोशिश कातै थ्यै केईनी कि तैस मझांं सामर्थ निकोहि करि सभनियांं मैहणुवां ठीक काति थी।
आशीषिरै वचन
20तां फिरी यीशु अपड़ा चैला धेरै तका करि बौलु, धन्य अत्तै तुवे जै दीन अत्तै, केईनी कि परमेश्वरैरा राज्य तुवाड़ा आ। 21धन्य अत्तै तुवे जै अबै भ्रुख्णै अत्तै केईनी कि परमेश्वरा सैक्यै त्रिप्त कांने। धन्य अत्तै तुवे जै ऐम्हियां रूंतै अत्तै; केईनी कि तुहां हसणु। 22“धन्य अत्तै तुवे, जेख्णी मैहणुरै पुत्रेरी वजहि सिंउ लौका तुहां सिंउ नफरत कांनी, जां तुवे कढि दींणै, जां तुवाड़ी निंदा कांनी, जां तुवाड़ु नाँ बुरू समझि करि कटि दींणु। 23तैस धियाड़ि खुश भौ करि तु उटकै, केईनी कि तका, तुवाड़ै तेईनी स्वर्गा मझ बड़ा बडा ईनाम रखौरा। तेन्हैरै बब-दादै भविष्यवक्ता सिंउ बि तेतियूंऐ करींथ्यै। 24फिरी यीशु बौलु, जै अमीर अत्तै तेन्हैरै तेईनी क्यौति खतरनाक सजा भूंणी, केईनी कि सै इस संसारा मझ सुख लै बेठोरै अत्तै। 25हाय आ तुहां पन! जैन्हां किनि सै सभ-किछ आ जै तुवे अबै चांहथै, केईनी कि तुवे भ्रुख्णै रींहणै, हाय! तुहां पन जै ऐमिहां हसतै अत्तै; केईनी कि तुहां दुख मंनाणा जां लैरी दींणी। 26हाय! तुहां पन जेख्णी सभनियांं मैहणुवां तुवाड़ी तारीफ कांनी, केईनी कि तुवाड़ै पूर्वजै बि झूठा भविष्यवक्ता केरी तारीफ क्यौरी थी।”
दुशमणां सिंउ बि प्यार कांना
(मत्ती 5:38-48; 7:12)
27“आंउ तुहां मैहणुवां सिंउ जै मिंडी गलै शुणतै अत्तै, ऐ बोलता: कि अपड़ै दुशमणां सिंउ प्रेम करा; जै तुहां सिंउ बैर रखतै तेन्हैरा भला करा।” 28जै तुहांनि श्राप दींतै, तेन्हांनि आशीष देया; जै तुवाड़ी बेजती कातै तेन्हैरै तेईनी प्रार्थना करा। 29जै तिंडि एकि तलवड़ी पन थप्पड़ मारिया, तैस धेरै होरी तलवड़ी बि करि दै; जै तिंडा कौट लै गहिया, तेसनी कुरता बि कढि करि दी दै। 30जै कौ ताउ किना कोई चीज मगिया, ता तु तेसनी दै, अगर जै तिंडि कौ चीज लै गहिया, ता तैस किना मेईं मगै। 31जेतिया बर्ताव तुवे चांहथै कि, मैहणु तुहां सिंउ करिया, तुवे बि तैन्हांं सिंउ तेतिया ऐ बर्ताव करा।
32तिहियें अगर तुवे बि तैन्हांं सिंउ प्रेम कातै जै तुहां सिंउ प्रेम कातै ता ऐ केणु बडी गल आ, केईनी कि “पापी मैहणु” बि ऐपु सिंउ प्रेम रखणारा सिंउ प्रेम रखतै। 33तिहियें अगर तुवे तैन्हांं सिंउ भलाई कातै जैन्हैं तुहां सिंउ भलाई क्यौरी आ, ता ऐ केणु बडी गल भुई, केईनी कि पापी मैहणु बि ता ऐतियु ऐ कातै। 34अगर तुवे तैन्हांंनियें उधार दींतै जैन्हां किना वापस लींणैरी आशा रखतै, ता ऐ केणु बडी गल भुई? केईनी कि पापी मैहणु बि ता तैन्हांं किना वापस लींणैरै तेईनी पापियनि उधार दींतै। 35बल्कि तुवे अपड़ा दुशमणा सिंउ प्रेम करा, जां तेन्हैरी भलाई करा, जां फिरी उधार दी करि लींणैरी आशा मेईं रखा। तां ऐ तुवाड़ै तेईनी बडा ईनाम भूंणा, जां तुवे परमप्रधान परमेश्वरेरै बच्चै भूंणै, केईनी कि सै तैन्हांं पन बि जै धन्यवाद ना कातै जां जै दुष्ट मैहणु अत्तै दया काता। 36जेतिया तुवाड़ा पिता दयावान आ तेतियै तुवे बि दयावान बणां।
दोष मेईं ला
(मत्ती 7:1-5)
37“दोष मेईं ला, ता तुहां पन बि दोष ना लगणा। कोसेरा बि फैसला मेईं करा, ता तुवाड़ा बि फैसला ना करियूंणा। माफ करा ता तुहांनि बि माफ करियूंणु। 38दियां करा ता परमेश्वरा तुहांनि बि दींणु। मैहणुवां पूरा नाप दबा-दबा करि जां हिलाई-हिलाई करि उछुई करि तुवाड़ै खोक्खा सुटणु। परमेश्वरा बि तुहां सेईतै तिहियें व्यवहार कांना जिहीं तुवे होरनियां सिंउ कातै। तिहियें तुवाड़ा बि न्याय भूंणा।”
39फिरी तेनी तेन्हांनि अक उदाहरण दी करि ऐ समझांणैरी कोशिश की, कि “क्या अक कांणा होरै कांणैनि बत्त लुहाई सकता? क्या ऐहीं कांने ला दोईयो गढ़ै मझ ना छिढणै? 40चैला अपड़ै गुरू किना कदि बि बडा ना भूंता; पण अगर सै पूरी शिक्षा हासिल काता ता सै अपड़ै गुरू बराबर बंणी सकता। 41तु केईनी अपड़ै भाईरिया कमियां तकांता, पण ताउ अपड़ि अंदरी बुराई लाधी ना ऐईंती? 42जां जेख्णी तु अपड़ि अंदरी बुराई ना तकांता, ता अपड़ै भाईनी किहीं बोलि सकता, कि भाई रुकि गा तिंडि अंदरी बुराई आंउ कढि दियुं? हे कवटी! पेहिलै तु अपड़ि बुराई अपड़ै अंदरा किना कढ, तां फिरी तु ठीक-ढंगै सिंउ तका करि अपड़ै भाईरी बुराई दूर करि सकता।
जेतियु बुट तेतिया फल
(मत्ती 7:17-20; 12:34-35)
43कौ बि अच्छु बुट, बुरा फल ना दींतु, जां ना कौ बुरू बुट अच्छा फल दींतु। 44हर कौ बुट अपड़ै फलै ला पछियांणियूंतु, केईनी कि मैहणु झिल्हा किना अंजीर ना त्रोड़तै जां ना करेरिया किना अंगूरा केरै गुच्छै त्रोड़तै। 45भला मैहणु अपड़ै मंनेरै भलै भंडारा किना भली गलै कढता, जां बुरा मैहणु अपड़ै मंनेरै बुरै भंडारा किना बुरी गलै कढता केईनी कि जै मंना मझ भरौरू आ सैहै तेसैरू मुहां पन ऐईंतु।
घर बणांणै बाऐ दो मैहणु
(मत्ती 7:24-27)
46जां तुवे मिंडु बोलोरू ना कातै ता केईनी मूंनी, ‘हे प्रभु! हे प्रभु!’ बोलतै? 47जै कौ मैहणु मूं किनि ऐईंता जां मिंडी गलै शुणि करि तैन्हांं मनता, आंउ तुहांनि शुणांता कि सै कोस सैयि आ? 48सै तैस मैहणु समान आ, जेनि घर बणांतै टैंमा जमीन डुघी खंणि करि चटांनि पन नींह रखि, जां फिरी बाढ़ यैई जां नदिरू पाणी तैस घरा सिंउ टकराईयू पण तेनी सै हिलाईयु बि ना; केईनी कि सै पक्कु बणोरू थियु। 49पण जै मिंडी गलै शुणि करि बि तैन्हांं पन ना चलता सै तैस मैहणु सैयि आ, जेनि धरती मझ बगैर नींह खंणने घर बणाउ, जां जेख्णी नदिरू पाणी तैस घरा सिंउ टकराईयू ता सै इकदम छिढि गियु जां छिढि करि तेसैरा सत्यानाश भौ ग्या।”
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Churahi New Testament (चुराही नवाँ नियम), 2020 by The Love Fellowship is licensed under a Creative Commons Attribution-ShareAlike 4.0 International License.
लूका 6
6
सब्तैरा (यानि आरामेरी धियाड़िरा) प्रभु
1फिरी यहूदिया केरी आरामेरी एकि धियाड़ि जेख्णी यीशु जां तेसेरै चैलै किणकेरी पेटिरै बिच बत्तै गांहथै थ्यै, ता तेसेरै चैलै चलतै-चलतै किणकेरै दांणै कढि करि हत्था मझ पिरोड़ी-पिरोड़ी करि खांणा लगै। 2तां फरीसियै सैक्यै ऐहीं तका करि यीशु सेईतै बौलु, “तका; आरामेरी धियाड़ि ऐतिया कम केईनी अत्तै कातै जै मूसेरी व्यवस्थायरै अनुसार ठीक ना?” 3यीशु तेन्हांनि जुबाव दिता, “क्या तुहां ऐक्यु पवित्र शास्त्रा मझ पढ़ोरू ना कि, जेख्णी दाऊदा जां तेसेरै साउगिया भ्रुख लगी ता तेनी कितु केईथ्यु? 4तेनी किहीं परमेश्वरेरै घरा मझ गहि करि भैंट चाढ़ोरी रोटी खई, जेसैरा खांणैरा हक याजका छडि करि होरनियां कोसनि बि ना थ्या, जां तेनी अपड़ै सउगियानि बि खांणेरै तेईनी दित्ती।” 5फिरी यीशु तैन्हांं सिंउ बौलु, “आंउ मतलब मैहणुरा पुत्र आरामेरी धियाड़िरा बि प्रभु आ।”
शुकोरै हत्थै वा मैहणु ठीक कांना
(मत्ती 12:9-14; मरकुस. 3:1-6)
6होरी आरामेरी धियाड़ि यीशु यहूदी सभा घरा मझ ग्या जां उपदेश कांना लगा; तैठि अक ऐतिया मैहणु थ्या जेसैरा सुमला हत्थ शुकौरा थ्या। 7शास्त्री जां फरीसी तैस पन दोष लांणानि मौका तोपतै थ्यै कि तकांतै सै आरामेरी धियाड़ि ठीक काता कि ना। 8पण यीशु तेन्हैरै मंना मझि गलै जांणीथ्या; ऐठणीरै तेईनी शुकोरै हत्थै बाऐ मैहणुनी बौलु, “उठिकरि सभनियांं मैहणुवां केरै मझाटै खड़ा भौ गा।” जां सै उठिकरि खड़ा भौ ग्या। 9यीशु तैन्हांं सिंउ बौलु, “आंउ तुहां किना ऐ पुछणा चांहथा कि आरामेरी धियाड़ि कोस्केरा भला कांना ठीक आ या बुरू कांनु ठीक आ; प्रांण बचाणै या नाश कांने?” 10ता तेनी हर-एकि मैहणु धेरै मुड़ि करि तकाउ, फिरी तैस मैहणुनी बौलु, “अपड़ा हत्थ आघै कर।” तेनी अपड़ा हत्थ अघ्रियालीं केया जां सै ठीक भौ ग्या। 11पण सै गुस्सै मझ भौ करि जअना लगै जां योकियनि बोलणा लगै कि असु अबै यीशु सिंउ कितु कांनु।
बाराह खास चैलै
(मत्ती 10:1-4; मरकुस. 3:13-19)
12अक धियाड़ी यीशु पहाड़ा पन प्रार्थना कांननी ग्या, जां परमेश्वरा सिंउ प्रार्थना कांना मझ सारी रात बिताई। 13जेख्णी भियाग भुई ता तेनी अपड़ै चैलै ऐपु किनि शदाय। तैन्हांं मझां बाराह चैलै चुणी ल्यै, जां तेन्हांनि खास चैलै भूंणैरू नाँ दित्तु। 14शमौन जेसैरू नाँ यीशु पतरस बि रखु, जां तेसैरा भाई अन्द्रियास; जां याकूब, यूहन्ना, फिलिप्पुस, बरतुल्मै, 15जां मत्ती, थोमा, हलफईरा पुत्र याकूब, जां शमौन जै यहूदी दलैरा अक सदस्य थ्या, जां जेनि रोमी सरकारिरै खिलाफ मैहणुवां विद्रोह कांनेरै तेईनी भड़काईंथ्या, 16जां याकूबेरा पुत्र यहूदा, जां यहूदा इस्करियोती जै तैस पकड़वाणै वा बणां।
यीशुरी मैहणुवंनी शिक्षा दींणी जां ठीक कांने
(मत्ती 4:23-25; 5:1-12)
17यीशु तैन्हांं खास बाराह चैला सेईतै पहाड़ा किना उतरि करि एकि मैदाना मझ खड़ा भौ ग्या; तैठि तेसेरै बड़ै सारै चैलै थ्यै, जां अक मैहणुवां केरी बड़ी बडी भीड़ बि थी। सै मैहणु सारै गलील प्रदेशा यहूदिया प्रदेशा, यरूशलेम शहरा, जां सूर जां सैदाईरै समुंद्रेरै किनारै किना यौउरै थ्यै। 18सै यीशुरा उपदेश शुणना यौउरै थ्यै; यीशु बुरी आत्माय बाऐ बिमार मैहणु ठीक कियै। 19सारै मैहणु यीशु छूंणैरी कोशिश कातै थ्यै केईनी कि तैस मझांं सामर्थ निकोहि करि सभनियांं मैहणुवां ठीक काति थी।
आशीषिरै वचन
20तां फिरी यीशु अपड़ा चैला धेरै तका करि बौलु, धन्य अत्तै तुवे जै दीन अत्तै, केईनी कि परमेश्वरैरा राज्य तुवाड़ा आ। 21धन्य अत्तै तुवे जै अबै भ्रुख्णै अत्तै केईनी कि परमेश्वरा सैक्यै त्रिप्त कांने। धन्य अत्तै तुवे जै ऐम्हियां रूंतै अत्तै; केईनी कि तुहां हसणु। 22“धन्य अत्तै तुवे, जेख्णी मैहणुरै पुत्रेरी वजहि सिंउ लौका तुहां सिंउ नफरत कांनी, जां तुवे कढि दींणै, जां तुवाड़ी निंदा कांनी, जां तुवाड़ु नाँ बुरू समझि करि कटि दींणु। 23तैस धियाड़ि खुश भौ करि तु उटकै, केईनी कि तका, तुवाड़ै तेईनी स्वर्गा मझ बड़ा बडा ईनाम रखौरा। तेन्हैरै बब-दादै भविष्यवक्ता सिंउ बि तेतियूंऐ करींथ्यै। 24फिरी यीशु बौलु, जै अमीर अत्तै तेन्हैरै तेईनी क्यौति खतरनाक सजा भूंणी, केईनी कि सै इस संसारा मझ सुख लै बेठोरै अत्तै। 25हाय आ तुहां पन! जैन्हां किनि सै सभ-किछ आ जै तुवे अबै चांहथै, केईनी कि तुवे भ्रुख्णै रींहणै, हाय! तुहां पन जै ऐमिहां हसतै अत्तै; केईनी कि तुहां दुख मंनाणा जां लैरी दींणी। 26हाय! तुहां पन जेख्णी सभनियांं मैहणुवां तुवाड़ी तारीफ कांनी, केईनी कि तुवाड़ै पूर्वजै बि झूठा भविष्यवक्ता केरी तारीफ क्यौरी थी।”
दुशमणां सिंउ बि प्यार कांना
(मत्ती 5:38-48; 7:12)
27“आंउ तुहां मैहणुवां सिंउ जै मिंडी गलै शुणतै अत्तै, ऐ बोलता: कि अपड़ै दुशमणां सिंउ प्रेम करा; जै तुहां सिंउ बैर रखतै तेन्हैरा भला करा।” 28जै तुहांनि श्राप दींतै, तेन्हांनि आशीष देया; जै तुवाड़ी बेजती कातै तेन्हैरै तेईनी प्रार्थना करा। 29जै तिंडि एकि तलवड़ी पन थप्पड़ मारिया, तैस धेरै होरी तलवड़ी बि करि दै; जै तिंडा कौट लै गहिया, तेसनी कुरता बि कढि करि दी दै। 30जै कौ ताउ किना कोई चीज मगिया, ता तु तेसनी दै, अगर जै तिंडि कौ चीज लै गहिया, ता तैस किना मेईं मगै। 31जेतिया बर्ताव तुवे चांहथै कि, मैहणु तुहां सिंउ करिया, तुवे बि तैन्हांं सिंउ तेतिया ऐ बर्ताव करा।
32तिहियें अगर तुवे बि तैन्हांं सिंउ प्रेम कातै जै तुहां सिंउ प्रेम कातै ता ऐ केणु बडी गल आ, केईनी कि “पापी मैहणु” बि ऐपु सिंउ प्रेम रखणारा सिंउ प्रेम रखतै। 33तिहियें अगर तुवे तैन्हांं सिंउ भलाई कातै जैन्हैं तुहां सिंउ भलाई क्यौरी आ, ता ऐ केणु बडी गल भुई, केईनी कि पापी मैहणु बि ता ऐतियु ऐ कातै। 34अगर तुवे तैन्हांंनियें उधार दींतै जैन्हां किना वापस लींणैरी आशा रखतै, ता ऐ केणु बडी गल भुई? केईनी कि पापी मैहणु बि ता तैन्हांं किना वापस लींणैरै तेईनी पापियनि उधार दींतै। 35बल्कि तुवे अपड़ा दुशमणा सिंउ प्रेम करा, जां तेन्हैरी भलाई करा, जां फिरी उधार दी करि लींणैरी आशा मेईं रखा। तां ऐ तुवाड़ै तेईनी बडा ईनाम भूंणा, जां तुवे परमप्रधान परमेश्वरेरै बच्चै भूंणै, केईनी कि सै तैन्हांं पन बि जै धन्यवाद ना कातै जां जै दुष्ट मैहणु अत्तै दया काता। 36जेतिया तुवाड़ा पिता दयावान आ तेतियै तुवे बि दयावान बणां।
दोष मेईं ला
(मत्ती 7:1-5)
37“दोष मेईं ला, ता तुहां पन बि दोष ना लगणा। कोसेरा बि फैसला मेईं करा, ता तुवाड़ा बि फैसला ना करियूंणा। माफ करा ता तुहांनि बि माफ करियूंणु। 38दियां करा ता परमेश्वरा तुहांनि बि दींणु। मैहणुवां पूरा नाप दबा-दबा करि जां हिलाई-हिलाई करि उछुई करि तुवाड़ै खोक्खा सुटणु। परमेश्वरा बि तुहां सेईतै तिहियें व्यवहार कांना जिहीं तुवे होरनियां सिंउ कातै। तिहियें तुवाड़ा बि न्याय भूंणा।”
39फिरी तेनी तेन्हांनि अक उदाहरण दी करि ऐ समझांणैरी कोशिश की, कि “क्या अक कांणा होरै कांणैनि बत्त लुहाई सकता? क्या ऐहीं कांने ला दोईयो गढ़ै मझ ना छिढणै? 40चैला अपड़ै गुरू किना कदि बि बडा ना भूंता; पण अगर सै पूरी शिक्षा हासिल काता ता सै अपड़ै गुरू बराबर बंणी सकता। 41तु केईनी अपड़ै भाईरिया कमियां तकांता, पण ताउ अपड़ि अंदरी बुराई लाधी ना ऐईंती? 42जां जेख्णी तु अपड़ि अंदरी बुराई ना तकांता, ता अपड़ै भाईनी किहीं बोलि सकता, कि भाई रुकि गा तिंडि अंदरी बुराई आंउ कढि दियुं? हे कवटी! पेहिलै तु अपड़ि बुराई अपड़ै अंदरा किना कढ, तां फिरी तु ठीक-ढंगै सिंउ तका करि अपड़ै भाईरी बुराई दूर करि सकता।
जेतियु बुट तेतिया फल
(मत्ती 7:17-20; 12:34-35)
43कौ बि अच्छु बुट, बुरा फल ना दींतु, जां ना कौ बुरू बुट अच्छा फल दींतु। 44हर कौ बुट अपड़ै फलै ला पछियांणियूंतु, केईनी कि मैहणु झिल्हा किना अंजीर ना त्रोड़तै जां ना करेरिया किना अंगूरा केरै गुच्छै त्रोड़तै। 45भला मैहणु अपड़ै मंनेरै भलै भंडारा किना भली गलै कढता, जां बुरा मैहणु अपड़ै मंनेरै बुरै भंडारा किना बुरी गलै कढता केईनी कि जै मंना मझ भरौरू आ सैहै तेसैरू मुहां पन ऐईंतु।
घर बणांणै बाऐ दो मैहणु
(मत्ती 7:24-27)
46जां तुवे मिंडु बोलोरू ना कातै ता केईनी मूंनी, ‘हे प्रभु! हे प्रभु!’ बोलतै? 47जै कौ मैहणु मूं किनि ऐईंता जां मिंडी गलै शुणि करि तैन्हांं मनता, आंउ तुहांनि शुणांता कि सै कोस सैयि आ? 48सै तैस मैहणु समान आ, जेनि घर बणांतै टैंमा जमीन डुघी खंणि करि चटांनि पन नींह रखि, जां फिरी बाढ़ यैई जां नदिरू पाणी तैस घरा सिंउ टकराईयू पण तेनी सै हिलाईयु बि ना; केईनी कि सै पक्कु बणोरू थियु। 49पण जै मिंडी गलै शुणि करि बि तैन्हांं पन ना चलता सै तैस मैहणु सैयि आ, जेनि धरती मझ बगैर नींह खंणने घर बणाउ, जां जेख्णी नदिरू पाणी तैस घरा सिंउ टकराईयू ता सै इकदम छिढि गियु जां छिढि करि तेसैरा सत्यानाश भौ ग्या।”
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