मरकुस 6
6
नासरत दी प्रभू यीशू की बैस्ती
(मत्ती 13:53-58; लूका 4:16-30)
1तेथै शे नीक्ल़ियों प्रभू यीशू आप्णे नंगर दे आऐ, अरह् तिनके चैले भे तिनू पाछी आऐं। 2बिषाँव के देसे प्रभू यीशू यहूदी लोगो के यहूदी-च़ौंतरें दे बचन का बखाँण कर्दें लागे, अरह् शुणियों बैजाऐ लोगो के तूरंबाँणच़ूटे, अरह् बुल्दे लागे के “ऐस कैई ऐजी बातो केथै शी आई? ऐजा कुँण्जा ज्ञाँन असो, जू ऐस्खे देऐ थुवा, ऐसी ऐष्णें चींन-चंम्तकार के काँम-काज़ कर्णों के तागत कैथे शी भेटी। 3कियो ऐ सेजा ही बाड़ऐटा आथी ने? कियो ऐ मरियम का बैटा आथी ने? कियो ऐ याकूब, योसेस, यहूदा, अरह् शमौन, का भाऐ आथी ने? कियो ऐस्की बऐणीं आँमों मुँझी ईथे आथी ने?” ऐजो सब-कुछ जाँणियों से बादे लोग प्रभू यीशू पछयाणों के धोके दे रूऐ, अरह् तिन्ऐं तिनू माँनी ने। 4प्रभू यीशू मसीया ऐ तिनखे बुलो, के ऐक नाँम “बरंम्बाणीं कर्णो वाल़ा ऋषी ढीको आदर-ईज्जत पाव, सुवाऐ आप्णे गाँव अरह् आप्णे कुड़्बे अरह् आप्णें सगै-संगी मुँझी ने पाँदा।” 5किऐ बीमार गाशी हाथ थंऐयों तिनू आछे कर्णो के सुवाऐ प्रभू यीशू मसीया ऐ ओके किऐ भे चींन-चंम्तकार तेथै ने करी 6प्रभू यीशू मसीया के तिनका बै-बिश्वाष दे:खियों तूरंबाणच़ूंटे, अरह् से चफेर चोंऊँ ढबे के गाँव दे खुषख्बरी का प्रचार कर्दे लागे।
बारह् चैले डियाल़े
(मत्ती 10:5-15; लूका 9:1-6)
7प्रभू यीशू ऐ आप्णे बारह् चैले आपु कैई बईदे अरह् तिनू दो-दो झुणे कठे डियाल़े, अरह् तिनखे हंक-अधिकार दिता के, दुष्ट-आत्त्माओं गाड़णों की अज्ञाँ शक्त्ति दिती। 8प्रभू यीशू ऐ तिनखे अज्ञाँ दिती, के “बाटो खे डिंगे के सुवाऐं ऊको किऐ ने नींऐं, ना रोटी, ना झोल़े, ना बोंटू दे पंऐसे नींऐं। 9होर, जूत्ते-चाप्पली तअ लाऐ, परह् तिन्दें के सुवाऐ ऊके किऐ भे बाईले खोट्णों ने नींऐं।” 10“जेथै तुँऐं ज़ाले तेसी घर दे रूऐ, अरह् जाँव तोड़ी तेथै शे बिदा ने हुऐ, ताँव-तोड़ी तेथी रूऐ। 11जेथै के लोग तुँओं ने माँन्ले ने, अरह् ना तुँवारी शुंणले, तेथै शे आगू ज़ाँदिऐं आप्णे लात्तों की माटी भे तेथी झाड़ी दिऐ, जू सेजी धूंढ़ तिन गाशी तिन्दें की गुवाऐ-शाज़्त ठहरली।” 12तबे बारह् खास-चैले तेथै शे आगू हुटे, अरह् ऐजा प्रचार कर्दे रूऐ, के आप्णें पाप बुराई शा पसतावा करणा, अरह् आप्णा मंन बद्ल़णाँ सभी लोगो खे जरूरी ही असो। 13अरह् प्रभू यीशू के चैले भहिती दुष्ट-आत्त्मा गाड़ी, अरह् भहुते बीमार लोगो गाशी तेल मुँल़ियो तिनू आछे चाँगे करे।
संत्त-यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़े की हंत्त्या
(मत्ती 14:1-12; लूका 9:7-9)
14राजा हेरोदेस तोड़ी ईन्दें की चर्चा पंऐची गऐ, किन्देंखे के प्रभू को नाँव दूर-दूर तोड़ी फऐली रोंह् थियों, कुँऐ तअ ऐथै तोड़ी बुलो थिऐ, के “नहाँण-नहाँणों वाल़ा संत्त-यूहन्ना मरे अंदे मुँझ शे ऊबे जीऊँदे हऐ रूऐ, अरह् तिनके ही नाँव शे प्रभू यीशू मसीया ऐजे चींन-चंम्त्तकार की शक्त्ति पर्गट करो।” 15कंऐं लोग बुलो थिऐ, के ऐ “ऋषी-एलिय्याह असो!” परह् कंऐं लोग बुलो थिऐ, के “कुँऐ पुराँणें बरंम्बाणीं कर्णो वाल़े, ऋषी के जैष्णा असो!” 16परह् राजा हेरोदेस ऐजो शुणियों बुलो, के “जेसी संत्त-यूहन्ना की शीरी-मुँटकरी मुँऐ कटाऐ थी, सेजा ही पाछू ऊबा जिऊँदा हऐ रूवा।” 17आपु राजा हेरोदेस ऐ आप्णें भाई फिलिप्पुस की तिरोंऐ हेरोदियास आप्णी घरवाल़ी बाँणी थऐ थी, अरह् तिंयाँरी ताँईऐं तेने लोग डियाल़े के थाँम्ब्ड़ियों संत्त-यूहन्ना कय्दी दा पाव। 18किन्देंखे के संत्त-यूहन्ना, ऐ राजा हेरोदेस खे बुलो थियों, के “आप्णें भाई की घरवाल़ी आप्णी घरवाल़ी बाँण्णीं अज्ञाँ-निय्म के हिसाब शो ठीक ने आथी तिन्दी की ताईऐं तिनू आरी ऐष्णों हुओं।” 19ईन्देंखे सेजी हेरोदियास संत्त-यूहन्ना शो बईर करह् थी; अरह् ऐशो जाणों थी, के ऐसी किया-किया मंराऊँ। 20राजा हेरोदेस संत्त-यूहन्ना धर्मी पबित्र आदमी जाँणियों डरो थिया, तबे ही तेने तेसी बंचाऐ थुवा थिया; अरह् तेस्का बचन शुण्णाँ तेसी आछा लागो थिया। 21ऐक देस आप्णें जन्म देस गाशी राजा हेरोदेस ऐ आप्णे ही जन्म देसो गाशी आप्णें राज्य के बड़े हाक्म, आप्णा सेनापत्ति, सियाँणें अरह् फऊँजी के आफ़श्र अरह् गलील के बड़े खास लोग निऊँदा देऐयों खाणों खाँदे भोज-बंईदाऊँत्त दे बईदे थुऐ थिऐ। 22तबे हेरोदियास के धीं-बैटी आऐ, अरह् तिऐं नाचियों राजा हेरोदेस अरह् तेसी आरी बईठणों वाल़े बादे लोग खुशी करे, तबे राजा ऐ बुलो, “तू जू किऐ चाँऐं ऐ सेजो माँग हाँव ताँव्खे देऐ देऊँबा।” 23अरह् तेने राजा ऐ षोंह्-कस्मँ करी, के “हाँव आप्णो आधो राज्य तक भे जू तू मुँह कैई शो मागली हाँव ताँव्खे देऐ देऊँबा।” 24तबे तिऐं धियाँण्टी ऐ बाँईडे ज़ाऐयों, आप्णी माँ, कैई शो पुछो, के “हाँव का माँगूंँ?” तिऐं आप्णी धीं-बैटी खे बुलो, “यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़े के शीरी-मुँटकरी माँगें।”
25सेजी धीं-बैटी तेख्णी राजा कैई भीठी आऐ, अरह् राजा खे बुलो, “हाव चहाँऊ, के तुँऐं मुँखे ऐसी ही बख्त्तें ऐक थाल़ों दी सजाऐंयों; हेभी संत्त-यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़े के शीरी-मुँट्करी अणाँऐयों दियों।” 26परह् राजा के ईन्दें लई बैजाऐ दु:ख हुवा; परह् बईदे अंदे तिनू पाऊँणें के साम्णें करी अंदी तिनू षौ-कसंम के कारण तियाँरी सेजी बात टाल़ी ने सकी। 27तबे: राजा ऐ तैख्णी ऐक सपाई खे अज्ञाँ देऐयों बुलो, के जलाद बईदो अरह् कय्दी दे पाऐ अंदे संत्त-यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़ा काटी दियों। 28अरह् तिनकी शिरी-मुँटकरी ऐक थाल़ों दी आँणियों तियों धियों-बैटी खे देऐ दिती, अरह् तिऐं ज़ाऐयों आप्णी माँ, कैई दिती। 29जबे संत्त-यूहन्ना के चैले ऐ सेजो शुणों, तअ से आऐ, अरह् तिनका मड़दा तेथै शा आगु नींयाँ अरह् तिन्ऐं ऐकी खात्ती दा थऐ दिता।
प्रभू यीशू के चैले पाछू आऐ अरह् ऐक्लाल़े दे बसे
(मत्ती 14:15-21; लूका 9:11-17; यूहन्ना 6:1-14)
30चैले पाछू आऐ, अरह् तिनू सभिऐं साथी जू किऐ तिन्ऐ करो, अरह् जू किऐ तिन्ऐं शिक्क्षा दिती तिन्दे का बादा बखाँण प्रभू यीशू मसीया कैई शा शुणाँया। 31प्रभू यीशू मसीया ऐ तिनखे अज्ञाँ दिती, “आओ, किऐ बख्त्तो खे कैथी ऐक्लाल़े दे ज़ाऐयों बिषाँव करो”, किन्देंखे के ईथे कऐयों लोग आँदे, ज़ाँदे लागे, अरह् तिनू खाँणा खाणों का भे किऐ मोंका ने भेटो थिया। 32ईन्दें खे से नाँव दे बऐठियों ज़ई ऐक शुन-शाँन जागा दे हुटे।
33परह् लोगे ऐ तिनू ज़ाँदी बई दे:खी पाऐ, अरह् कईऐं ऐजो जाँणी पाव, के ऐजे कुँण थिऐ, अरह् तबे उडे-पुडे के नंगर शे कऐयों लोग बिच़्ड़ियों तिन शे आगे ही तियों जागे दे पईचे। 34जबे मसीया टिराँव्टी दे पंईंचे, तअ तिन्ऐं ऊदे ऊतरियों लोगो की बैशुमाँर बड़ी भीड़ काट्ल़ों दी खड़ी दे:खी, अरह् तबे प्रभू यीशू तिनू दे:खियों दु:खी हुऐ, किन्देंखे के से बिना भेंड़वाल़े की जेई भैड़ो थी, तबे प्रभू ऐ तिन कैई कंई प्रकार के शिक्क्षा दिती। 35जबे देस ढल़्किदो लागो, तअ चैले प्रभू के नंजीक आऐयों बुल्दे लागे, “ऐजी शुना-शाँन जागा असो, अरह् ढल़्कियो हऐ गो। 36ऐबे तुँऐं ईनू लोग ईथे शे बिदा करह्, के ऐजे लोग उडे-पूडे के गाँव-बस्त्तीं दे ज़ाले अरह् आप्खे खाणों खे किऐ मोंले खरिंदों।” 37परह् प्रभू यीशू ऐ आप्णें चैले खे बुलो; तुँऐं ही ईनखे किऐ खाणों खे दियों; “ऐत्रा भोजन कंम से कंम ईन्देंखे दो षौ दीनार लागदे, कियों तुऐं ऐशो जाँणों, के आँमें आपु ही खर्दियों आँणों?”
38प्रभू यीशू मसीया ऐ तिन कैई शो पुछो, “केतोड़ी रोटी असो ईथे? ज़ाऐयों पता लाव!” तिन्ऐं पता लाऐयों जबाब दिता, “पाँच रोटी, अरह् दो माछ़ी के सुवाऐ ऊको किऐ ने आथी।”
39तबे प्रभू यीशू मसीया ऐ सभी लोगो खे अज्ञाँ दिती, के बादे के बादे पोंग्त्तिं-पोंग्त्तिं दे हंरी ज़ूब्ड़ी दे बऐठी ज़ाव। 40तबे से बादे के बादे षौह्-षौह् अरह् पचाष-पचाष करियों कंई पोंग्त्तिं-पोंग्त्तिं दे बऐठी गुऐ। 41तबे प्रभू यीशू ऐ पाँच रोटी अरह् दो माँछी करी, अरह् स्वर्गो की ढबे दे:खियों धन्यबाद करा, अरह् तबे सेजी रोटी च़ोड़ियों आप्णें चैले कैई देंदे गुवे, के लोगों की भीड़ खे बाँडदे ज़ाव, तिन्दे आरी तिन्ऐं माछी भी बाँडी दिती। 42तिनू सभी ऐ खाव अरह् से छक्की गुऐ। 43अरह् चैले ऐ जबे च़ूड़ी अंदी रोटी अरह् माछी के बंचे अंदे टूक्ड़े कठे करे, तअ तिन्दें लई बारह् शैक्ड़ी भरी गई। 44अरह् जिन्ऐं रोटी खाई, से किऐ पाँच हजार मरोद् ही थिऐ।
प्रभू यीशू पाँणी गाशी हाडें
(मत्ती 14:22-23; यूहन्ना 6:15-21)
45तैख्णी ही मसीया ऐ आप्णे चैले जूँरें नाँव गाशी बंईठाल़ियों झील शे पाँडे पाईले ढबे खे डियाल़े जेथै खे बैतसैदा बुली तेथै पंईचणों खे बिदा करे, अरह् तिन्ऐं आपु लोगों के भीड़ बिदा करी लऐ थी। 46तिनू बिदा कर्णों पाछी, प्रभू यीशू आपु धारंह् गाशी प्रार्थना कर्दे हुटे। 47जबे रात्त पढ़ी, तअ नाँव झीलों के बिचो दे थी, अरह् प्रभू ऐक्ली धर्ती की ज़ूब्ड़ी दे थिऐ। 48जबे प्रभू यीशू मसीया ऐ दे:खी लो थियों, के बागूर ऊल्टी धूरे शी चाल्णों के कारण चैले के नाँव शो पाँणी काट्दे-काट्दे परिशानीं हऐ रंऐ, तैख्णों रात्ती के च़ोंऊथे पएरे हऐ रूवा थिया, तबे प्रभू यीशू मसीया झील की पाणीं गाशी हाँडदे तिनू कैई पईच्दे अरह् ऐशो जाँणियों के से तिन शे भे आगे पंईच़णों च़हाँव। 49परह् चैले ऐ प्रभू यीशू झीलो के पाणीं गाशी हाँड्दे दे:खियों, जाँणों के ऐ तअ भूंत्त दुष्ट-आत्त्मा असो, अरह् से लेल्याँदे लागे। 50किन्देंखे के तिनू दे:खियों से डरी गुऐ, तबे प्रभू यीशू मसीया तैख्णी तिनू आरी बात कर्दे लागे, अरह् बुलो, “डरे ने! आप्णी दीड़-हिम्मत्त ने च़ूंड़े। हाँव असो!” 51ऐजो बुल्दे से तिनकी नाँव गाशी हुटे, अरह् बागूर थंबी-रूकी गंऐ, तबे चैले के हरान हऐय तूरंबाणच़ूंटे। 52चैले के सेजी रोटी वाल़ी घट्णाँ ताँव-तोड़ी सम्झदे ने आऐ रंई थी, तिनके दिल ना सम्झ जैष्णें हऐ रूऐ थिऐ।
गन्नेसरत दे दु:खिया चाँगे करे
(मत्ती 14:34-36)
53झील शे पाईले ढबे से गन्नेसरत ईलाके दे पईच़्णों गाशी तिन्ऐं सेजी नाँव घाटो गाशी ही लाऐ। 54जबे से नाँव शे ऊदे ऊतरे तअ कंई लोगे तिनू पछियाँणें पाऐ। 55जेथै केथी भे प्रभू यीशू मसीया हों थिऐ, तेथी लोग बिच़्ड़ी-बिच़्ड़ियों बीमार आदमी लूँह्थों दे तिन कैई आणों थिऐ। 56प्रभू यीशू मसीया जेसी कसी नंगर, गाँव-गाँऊजी दे ज़ाँव थिऐ, तेथी लोग साजी जागे दे आप्णें बीमार लोग सुताल़ियों तिनखे ढाल-अरज करो थिऐ, के ईन के चोंगे के पाला ही छुँणों दियों, किन्देंखे के जुण्जा कुँऐं तिनू छुओं थिया, से तैख्णी चाँगा हऐयों बंची ज़ाँव थिया।
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मरकुस 6: sri
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मरकुस 6
6
नासरत दी प्रभू यीशू की बैस्ती
(मत्ती 13:53-58; लूका 4:16-30)
1तेथै शे नीक्ल़ियों प्रभू यीशू आप्णे नंगर दे आऐ, अरह् तिनके चैले भे तिनू पाछी आऐं। 2बिषाँव के देसे प्रभू यीशू यहूदी लोगो के यहूदी-च़ौंतरें दे बचन का बखाँण कर्दें लागे, अरह् शुणियों बैजाऐ लोगो के तूरंबाँणच़ूटे, अरह् बुल्दे लागे के “ऐस कैई ऐजी बातो केथै शी आई? ऐजा कुँण्जा ज्ञाँन असो, जू ऐस्खे देऐ थुवा, ऐसी ऐष्णें चींन-चंम्तकार के काँम-काज़ कर्णों के तागत कैथे शी भेटी। 3कियो ऐ सेजा ही बाड़ऐटा आथी ने? कियो ऐ मरियम का बैटा आथी ने? कियो ऐ याकूब, योसेस, यहूदा, अरह् शमौन, का भाऐ आथी ने? कियो ऐस्की बऐणीं आँमों मुँझी ईथे आथी ने?” ऐजो सब-कुछ जाँणियों से बादे लोग प्रभू यीशू पछयाणों के धोके दे रूऐ, अरह् तिन्ऐं तिनू माँनी ने। 4प्रभू यीशू मसीया ऐ तिनखे बुलो, के ऐक नाँम “बरंम्बाणीं कर्णो वाल़ा ऋषी ढीको आदर-ईज्जत पाव, सुवाऐ आप्णे गाँव अरह् आप्णे कुड़्बे अरह् आप्णें सगै-संगी मुँझी ने पाँदा।” 5किऐ बीमार गाशी हाथ थंऐयों तिनू आछे कर्णो के सुवाऐ प्रभू यीशू मसीया ऐ ओके किऐ भे चींन-चंम्तकार तेथै ने करी 6प्रभू यीशू मसीया के तिनका बै-बिश्वाष दे:खियों तूरंबाणच़ूंटे, अरह् से चफेर चोंऊँ ढबे के गाँव दे खुषख्बरी का प्रचार कर्दे लागे।
बारह् चैले डियाल़े
(मत्ती 10:5-15; लूका 9:1-6)
7प्रभू यीशू ऐ आप्णे बारह् चैले आपु कैई बईदे अरह् तिनू दो-दो झुणे कठे डियाल़े, अरह् तिनखे हंक-अधिकार दिता के, दुष्ट-आत्त्माओं गाड़णों की अज्ञाँ शक्त्ति दिती। 8प्रभू यीशू ऐ तिनखे अज्ञाँ दिती, के “बाटो खे डिंगे के सुवाऐं ऊको किऐ ने नींऐं, ना रोटी, ना झोल़े, ना बोंटू दे पंऐसे नींऐं। 9होर, जूत्ते-चाप्पली तअ लाऐ, परह् तिन्दें के सुवाऐ ऊके किऐ भे बाईले खोट्णों ने नींऐं।” 10“जेथै तुँऐं ज़ाले तेसी घर दे रूऐ, अरह् जाँव तोड़ी तेथै शे बिदा ने हुऐ, ताँव-तोड़ी तेथी रूऐ। 11जेथै के लोग तुँओं ने माँन्ले ने, अरह् ना तुँवारी शुंणले, तेथै शे आगू ज़ाँदिऐं आप्णे लात्तों की माटी भे तेथी झाड़ी दिऐ, जू सेजी धूंढ़ तिन गाशी तिन्दें की गुवाऐ-शाज़्त ठहरली।” 12तबे बारह् खास-चैले तेथै शे आगू हुटे, अरह् ऐजा प्रचार कर्दे रूऐ, के आप्णें पाप बुराई शा पसतावा करणा, अरह् आप्णा मंन बद्ल़णाँ सभी लोगो खे जरूरी ही असो। 13अरह् प्रभू यीशू के चैले भहिती दुष्ट-आत्त्मा गाड़ी, अरह् भहुते बीमार लोगो गाशी तेल मुँल़ियो तिनू आछे चाँगे करे।
संत्त-यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़े की हंत्त्या
(मत्ती 14:1-12; लूका 9:7-9)
14राजा हेरोदेस तोड़ी ईन्दें की चर्चा पंऐची गऐ, किन्देंखे के प्रभू को नाँव दूर-दूर तोड़ी फऐली रोंह् थियों, कुँऐ तअ ऐथै तोड़ी बुलो थिऐ, के “नहाँण-नहाँणों वाल़ा संत्त-यूहन्ना मरे अंदे मुँझ शे ऊबे जीऊँदे हऐ रूऐ, अरह् तिनके ही नाँव शे प्रभू यीशू मसीया ऐजे चींन-चंम्त्तकार की शक्त्ति पर्गट करो।” 15कंऐं लोग बुलो थिऐ, के ऐ “ऋषी-एलिय्याह असो!” परह् कंऐं लोग बुलो थिऐ, के “कुँऐ पुराँणें बरंम्बाणीं कर्णो वाल़े, ऋषी के जैष्णा असो!” 16परह् राजा हेरोदेस ऐजो शुणियों बुलो, के “जेसी संत्त-यूहन्ना की शीरी-मुँटकरी मुँऐ कटाऐ थी, सेजा ही पाछू ऊबा जिऊँदा हऐ रूवा।” 17आपु राजा हेरोदेस ऐ आप्णें भाई फिलिप्पुस की तिरोंऐ हेरोदियास आप्णी घरवाल़ी बाँणी थऐ थी, अरह् तिंयाँरी ताँईऐं तेने लोग डियाल़े के थाँम्ब्ड़ियों संत्त-यूहन्ना कय्दी दा पाव। 18किन्देंखे के संत्त-यूहन्ना, ऐ राजा हेरोदेस खे बुलो थियों, के “आप्णें भाई की घरवाल़ी आप्णी घरवाल़ी बाँण्णीं अज्ञाँ-निय्म के हिसाब शो ठीक ने आथी तिन्दी की ताईऐं तिनू आरी ऐष्णों हुओं।” 19ईन्देंखे सेजी हेरोदियास संत्त-यूहन्ना शो बईर करह् थी; अरह् ऐशो जाणों थी, के ऐसी किया-किया मंराऊँ। 20राजा हेरोदेस संत्त-यूहन्ना धर्मी पबित्र आदमी जाँणियों डरो थिया, तबे ही तेने तेसी बंचाऐ थुवा थिया; अरह् तेस्का बचन शुण्णाँ तेसी आछा लागो थिया। 21ऐक देस आप्णें जन्म देस गाशी राजा हेरोदेस ऐ आप्णे ही जन्म देसो गाशी आप्णें राज्य के बड़े हाक्म, आप्णा सेनापत्ति, सियाँणें अरह् फऊँजी के आफ़श्र अरह् गलील के बड़े खास लोग निऊँदा देऐयों खाणों खाँदे भोज-बंईदाऊँत्त दे बईदे थुऐ थिऐ। 22तबे हेरोदियास के धीं-बैटी आऐ, अरह् तिऐं नाचियों राजा हेरोदेस अरह् तेसी आरी बईठणों वाल़े बादे लोग खुशी करे, तबे राजा ऐ बुलो, “तू जू किऐ चाँऐं ऐ सेजो माँग हाँव ताँव्खे देऐ देऊँबा।” 23अरह् तेने राजा ऐ षोंह्-कस्मँ करी, के “हाँव आप्णो आधो राज्य तक भे जू तू मुँह कैई शो मागली हाँव ताँव्खे देऐ देऊँबा।” 24तबे तिऐं धियाँण्टी ऐ बाँईडे ज़ाऐयों, आप्णी माँ, कैई शो पुछो, के “हाँव का माँगूंँ?” तिऐं आप्णी धीं-बैटी खे बुलो, “यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़े के शीरी-मुँटकरी माँगें।”
25सेजी धीं-बैटी तेख्णी राजा कैई भीठी आऐ, अरह् राजा खे बुलो, “हाव चहाँऊ, के तुँऐं मुँखे ऐसी ही बख्त्तें ऐक थाल़ों दी सजाऐंयों; हेभी संत्त-यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़े के शीरी-मुँट्करी अणाँऐयों दियों।” 26परह् राजा के ईन्दें लई बैजाऐ दु:ख हुवा; परह् बईदे अंदे तिनू पाऊँणें के साम्णें करी अंदी तिनू षौ-कसंम के कारण तियाँरी सेजी बात टाल़ी ने सकी। 27तबे: राजा ऐ तैख्णी ऐक सपाई खे अज्ञाँ देऐयों बुलो, के जलाद बईदो अरह् कय्दी दे पाऐ अंदे संत्त-यूहन्ना नहाँण-नहाँणों वाल़ा काटी दियों। 28अरह् तिनकी शिरी-मुँटकरी ऐक थाल़ों दी आँणियों तियों धियों-बैटी खे देऐ दिती, अरह् तिऐं ज़ाऐयों आप्णी माँ, कैई दिती। 29जबे संत्त-यूहन्ना के चैले ऐ सेजो शुणों, तअ से आऐ, अरह् तिनका मड़दा तेथै शा आगु नींयाँ अरह् तिन्ऐं ऐकी खात्ती दा थऐ दिता।
प्रभू यीशू के चैले पाछू आऐ अरह् ऐक्लाल़े दे बसे
(मत्ती 14:15-21; लूका 9:11-17; यूहन्ना 6:1-14)
30चैले पाछू आऐ, अरह् तिनू सभिऐं साथी जू किऐ तिन्ऐ करो, अरह् जू किऐ तिन्ऐं शिक्क्षा दिती तिन्दे का बादा बखाँण प्रभू यीशू मसीया कैई शा शुणाँया। 31प्रभू यीशू मसीया ऐ तिनखे अज्ञाँ दिती, “आओ, किऐ बख्त्तो खे कैथी ऐक्लाल़े दे ज़ाऐयों बिषाँव करो”, किन्देंखे के ईथे कऐयों लोग आँदे, ज़ाँदे लागे, अरह् तिनू खाँणा खाणों का भे किऐ मोंका ने भेटो थिया। 32ईन्दें खे से नाँव दे बऐठियों ज़ई ऐक शुन-शाँन जागा दे हुटे।
33परह् लोगे ऐ तिनू ज़ाँदी बई दे:खी पाऐ, अरह् कईऐं ऐजो जाँणी पाव, के ऐजे कुँण थिऐ, अरह् तबे उडे-पुडे के नंगर शे कऐयों लोग बिच़्ड़ियों तिन शे आगे ही तियों जागे दे पईचे। 34जबे मसीया टिराँव्टी दे पंईंचे, तअ तिन्ऐं ऊदे ऊतरियों लोगो की बैशुमाँर बड़ी भीड़ काट्ल़ों दी खड़ी दे:खी, अरह् तबे प्रभू यीशू तिनू दे:खियों दु:खी हुऐ, किन्देंखे के से बिना भेंड़वाल़े की जेई भैड़ो थी, तबे प्रभू ऐ तिन कैई कंई प्रकार के शिक्क्षा दिती। 35जबे देस ढल़्किदो लागो, तअ चैले प्रभू के नंजीक आऐयों बुल्दे लागे, “ऐजी शुना-शाँन जागा असो, अरह् ढल़्कियो हऐ गो। 36ऐबे तुँऐं ईनू लोग ईथे शे बिदा करह्, के ऐजे लोग उडे-पूडे के गाँव-बस्त्तीं दे ज़ाले अरह् आप्खे खाणों खे किऐ मोंले खरिंदों।” 37परह् प्रभू यीशू ऐ आप्णें चैले खे बुलो; तुँऐं ही ईनखे किऐ खाणों खे दियों; “ऐत्रा भोजन कंम से कंम ईन्देंखे दो षौ दीनार लागदे, कियों तुऐं ऐशो जाँणों, के आँमें आपु ही खर्दियों आँणों?”
38प्रभू यीशू मसीया ऐ तिन कैई शो पुछो, “केतोड़ी रोटी असो ईथे? ज़ाऐयों पता लाव!” तिन्ऐं पता लाऐयों जबाब दिता, “पाँच रोटी, अरह् दो माछ़ी के सुवाऐ ऊको किऐ ने आथी।”
39तबे प्रभू यीशू मसीया ऐ सभी लोगो खे अज्ञाँ दिती, के बादे के बादे पोंग्त्तिं-पोंग्त्तिं दे हंरी ज़ूब्ड़ी दे बऐठी ज़ाव। 40तबे से बादे के बादे षौह्-षौह् अरह् पचाष-पचाष करियों कंई पोंग्त्तिं-पोंग्त्तिं दे बऐठी गुऐ। 41तबे प्रभू यीशू ऐ पाँच रोटी अरह् दो माँछी करी, अरह् स्वर्गो की ढबे दे:खियों धन्यबाद करा, अरह् तबे सेजी रोटी च़ोड़ियों आप्णें चैले कैई देंदे गुवे, के लोगों की भीड़ खे बाँडदे ज़ाव, तिन्दे आरी तिन्ऐं माछी भी बाँडी दिती। 42तिनू सभी ऐ खाव अरह् से छक्की गुऐ। 43अरह् चैले ऐ जबे च़ूड़ी अंदी रोटी अरह् माछी के बंचे अंदे टूक्ड़े कठे करे, तअ तिन्दें लई बारह् शैक्ड़ी भरी गई। 44अरह् जिन्ऐं रोटी खाई, से किऐ पाँच हजार मरोद् ही थिऐ।
प्रभू यीशू पाँणी गाशी हाडें
(मत्ती 14:22-23; यूहन्ना 6:15-21)
45तैख्णी ही मसीया ऐ आप्णे चैले जूँरें नाँव गाशी बंईठाल़ियों झील शे पाँडे पाईले ढबे खे डियाल़े जेथै खे बैतसैदा बुली तेथै पंईचणों खे बिदा करे, अरह् तिन्ऐं आपु लोगों के भीड़ बिदा करी लऐ थी। 46तिनू बिदा कर्णों पाछी, प्रभू यीशू आपु धारंह् गाशी प्रार्थना कर्दे हुटे। 47जबे रात्त पढ़ी, तअ नाँव झीलों के बिचो दे थी, अरह् प्रभू ऐक्ली धर्ती की ज़ूब्ड़ी दे थिऐ। 48जबे प्रभू यीशू मसीया ऐ दे:खी लो थियों, के बागूर ऊल्टी धूरे शी चाल्णों के कारण चैले के नाँव शो पाँणी काट्दे-काट्दे परिशानीं हऐ रंऐ, तैख्णों रात्ती के च़ोंऊथे पएरे हऐ रूवा थिया, तबे प्रभू यीशू मसीया झील की पाणीं गाशी हाँडदे तिनू कैई पईच्दे अरह् ऐशो जाँणियों के से तिन शे भे आगे पंईच़णों च़हाँव। 49परह् चैले ऐ प्रभू यीशू झीलो के पाणीं गाशी हाँड्दे दे:खियों, जाँणों के ऐ तअ भूंत्त दुष्ट-आत्त्मा असो, अरह् से लेल्याँदे लागे। 50किन्देंखे के तिनू दे:खियों से डरी गुऐ, तबे प्रभू यीशू मसीया तैख्णी तिनू आरी बात कर्दे लागे, अरह् बुलो, “डरे ने! आप्णी दीड़-हिम्मत्त ने च़ूंड़े। हाँव असो!” 51ऐजो बुल्दे से तिनकी नाँव गाशी हुटे, अरह् बागूर थंबी-रूकी गंऐ, तबे चैले के हरान हऐय तूरंबाणच़ूंटे। 52चैले के सेजी रोटी वाल़ी घट्णाँ ताँव-तोड़ी सम्झदे ने आऐ रंई थी, तिनके दिल ना सम्झ जैष्णें हऐ रूऐ थिऐ।
गन्नेसरत दे दु:खिया चाँगे करे
(मत्ती 14:34-36)
53झील शे पाईले ढबे से गन्नेसरत ईलाके दे पईच़्णों गाशी तिन्ऐं सेजी नाँव घाटो गाशी ही लाऐ। 54जबे से नाँव शे ऊदे ऊतरे तअ कंई लोगे तिनू पछियाँणें पाऐ। 55जेथै केथी भे प्रभू यीशू मसीया हों थिऐ, तेथी लोग बिच़्ड़ी-बिच़्ड़ियों बीमार आदमी लूँह्थों दे तिन कैई आणों थिऐ। 56प्रभू यीशू मसीया जेसी कसी नंगर, गाँव-गाँऊजी दे ज़ाँव थिऐ, तेथी लोग साजी जागे दे आप्णें बीमार लोग सुताल़ियों तिनखे ढाल-अरज करो थिऐ, के ईन के चोंगे के पाला ही छुँणों दियों, किन्देंखे के जुण्जा कुँऐं तिनू छुओं थिया, से तैख्णी चाँगा हऐयों बंची ज़ाँव थिया।
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