प्रेरित 2:2-4
प्रेरित 2:2-4 CTHR
तखनहिँ स्वरगसे यरमरका धुधुइ-बयार नहिँया जबड स्वर यलइ हसे हुनुकर रहलि घरवा भितरा जम्मेवरि भरलइ। तब यागिक फुन्गि नहिँया देखा परलइ हसे उअ यगियाक फुन्गिया भाग-भाग भके वहवाँ भेलि जम्मे जन वपरा एकहक गो परलइ। हुनुका जम्मे जन पवितर-आत्मासे भरेलइ हसे पवितर-आत्माक चलोलि यनुसार हुनुका दोसर-दोसर भासामा फदके लगलइ।