YouVersion Logo
Search Icon

मत्ती 12

12
पबित्र दिनको प्रभु
(मर्क. 2:23-28; 3:1-9; लूक. 6:1-11)
1बो समय येशू पबित्र दिनमे अन्नके खेत हुँइँके जात रहए। येशूके चेला भुखाने रहएं और अन्नके बाली तोरके खानलागे। 2तओ फरिसीनको समुह जा देखके येशूसे कही, “देखओ, तुमर चेला पबित्र दिनमे, जो करन उचित नाएहए, बहे करत हएं।”
3तओ येशू बिनसे कही, “राजा दाऊद, और उनके सँग होन बारे भुखाने रहएं तओ का करीं, का तुम नाए पढे? 4कैसे बे परमेश्वरको आराधना करन बारो तम्भुमे घुसके चढाओ भओ रोटी खाइ रहएं? बक् सँग होन बारेके बो रोटी खान नाए रहए, पर केबल मुखिया यहूदी पुजारीनके इकल्लो उचित रहए। 5और का मोशाको नियम कानुन नाए पढे, कैसे पबित्र दिनमे यहूदी पुजारी यरूशलेमको मन्दिरमे पबित्र दिनके अपबित्र बनात हएं, और फिर निर्दोष ठहिरत हएं?
6पर मए तुमसे कहात हओं, यरूशलेमको मन्दिरसे बडो हियाँ कोइ हए। 7‘मए जानबरको बलिदान नाए’ पर ‘तुम दुस्रे जनैके दया दिखाओ’ करके मए चाँहत हओं कहान बारी पबित्र-शास्त्रमे लिखो भओ बातको मतलब तुम जन्ते कहेसे तुम मिर निर्दोष चेलन्के दोष नाए लगैते।
8काहेकी मए, आदमीको लौंणा, पबित्र दिनको फिर प्रभु हओं।”
सुखो हात भओ आदमी
9हुवाँसे निकरके येशू बिनको यहूदी सभाघरमे गओ। 10हुवाँ एक सुखो हात भओ आदमी रहए। बे येशूके दोष लगान ताहीं बासे पुछीं, “का कोइके पबित्र दिनमे अच्छो करनके ठिक हए?”
11बा बिनसे कही, “मानलेओ कि तुम्रे मैसे कोइको एक भेंणा हए, अगर बो भेंणा पबित्र दिनमे गड्डामे गिरजाबैगो, तओ तुम निहात्तओ बोके बचाए लेबैगे। 12भलो आदमीनको मूल्य भेंणासे बहुत मूल्यवान हए, जहेमारे पबित्र दिनमे फिर आदमीनके बिमारीसे अच्छो करनके हए।”
13तओ येशू बो सुखो हात भओ आदमीसे कही, “तुम अपनो हात फैलाओ।” बो हात फैलाइ, और बोको हात दुस्रो हात कता तुरन्त अच्छो हुइगओ। 14तओ फरिसीनको समुह बाहिर जाएके येशूके कैसे नाश करएं करके बाके बिरुद्धमे सल्लाह करन लागे।
परमेश्वरके चुनेभए सेवक
15तओ येशू जा बात पता पाएके बा हुवाँसे गइ भओ, और बहुत जनै येशूके पिच्छु लागे, और बा उनके सबनके अच्छो करी। 16पर येशू आदमीनके कडा चेतावनी दइ, “दुस्रे आदमीनके मत् बतैयओ कि मए कौन हओं।” 17यशैया अगमबक्ताके माध्यमसे परमेश्वरको कहो भओ बचन पुरा होनके ताहीं अइसो भओ रहए,
18“मिर सेवक जौनके मए चुनो हओं,
मिर प्रिय जौनसे मए प्रसन्न हओं,
मए अप्नो आत्मा बोमे डारंगो,
और बा जाति-जातिके आदमीके न्यायको परचार करैगो।
19बो नए त लणैगो और नए त जोडसे चिल्लएहए;
नए त बो आदमीनके, घमण्डसे भरो भओ भाषण जोडसे करैगो।
20बा फुटो नरकुटा जैसो कमजोर आदमीके चोट देन बारो नाए हए,
और बो धिपधिप होत दियाके जैसो, कोइ फिर सहाराबिहिन आदमीके चोट नाए देहए,
अन्तमे बो न्यायको बिजय होनके कारण बनैगो।
21और जाति-जातिके आदमी बाको नाउँमे आसरा करंगे।”
येशू और भुतआत्मा
(मर्क. 3:20-30; लूक. 6:43-45; 11:14-23)
22तओ येशूके ठिन भुत लागो एक आदमीके ल्याइं, बो अन्धरा और गुँगा रहए। येशू बोके अच्छो करी, हियाँतककी, गुँगो आदमी मस्कन और देखनके लागो। 23और जा सब भिड देखके अचम्मो मानके कही, “का जा दाऊदको लौंणा हुइहए?”
24तओ जा सुनके फरिसीनको समुह कहीं, “जा आदमी भुतनको मालिक, शैतानसे भुतनके भजात हए।”
25तओ बा बिनको बिचार पता पाएके बिनसे कही, “आपसमे फुट भओ हरेक राज्य सुनसान हुइजात हए, और हरेक सहर और परिवारके बीचमे झगडा हुइगओ तओ टिकनाए पएहए। 26अगर शैतान शैतानके निकरैगो तओ, बो अपने बिरुद्धमे बिभाजन हुइजएहए, तओ अइसो बक राज्य कैसे टिकैगो? 27तुम मोसे कहात हओ कि शैतानको शक्तिसे भुत निकारत हओं, अइसो हए कहेसे तुमर चेला कौनको शक्तिसे भुत निकारत हएं? बहेमारे तुमर अपनुवए चेला तुमके न्याय करंगे। 28अगर मए परमेश्वरको आत्मासे भुत भजातहओं तओ परमेश्वरको राज्य तुमरमे आइगओ हए।
29तगडो आदमीके नाए बाँधके बोको घर भितरको धनसम्पति कैसे लुट पएहए? बो, तबतक बोको सम्पतिके लुट नाए पएहए जब तक तगडो आदमीके बाँधैगो नाए।
30जौन मिर सँग नैयाँ, बो मिर बिरुद्धमे हए, और जौन मिर सँग बटोरत नैयाँ, बो बिग्दाबैगो। 31नेहात्तओ, मए तुमसे कहात हओं आदमीनको करोभओ गलत काम और परमेश्वरको बदनाम क्षमा हुइहए, पर पबित्र आत्माके बिरुद्धमे करोभओ बदनाम क्षमा नाए हुइहए। 32कोइ आदमीको लौंणाके बिरुद्धमे कुछ कही कहेसे बो क्षमा हुइजएहए, पर कोइ पबित्र आत्माके बिरुद्धमे बोलैगो कहेसे बो जा युगमे और आन बारो युगमे फिर क्षमा नाए हुइहए।”
रुखाके फरासे चिन्नो
33“अगर एक रुखा अच्छो हए, तओ बोको फरा फिर अच्छो हुइहए। अगर रुखा खराब हए, बोको फरा फिर खराब हुइहए। काहेकी रुखा फरासे चिन्हाइ देत हएं। 34तुम जहेरिले साँपके बच्चा कता हओ! तुम गलत हुइके कैसे अच्छी बात कहेसकत हओ? काहेकी जो ह्रदयमे भरोहए, बहे मुँहुँमे आत हए। 35एक असल आदमी अपन ह्रदय कि कुठियाके भितरसे असल चीज पैदा करत हए, और एक खराब आदमी एक खराब ह्रदय कि कुठियासे खराब चीज पैदा करत हए। 36मए तुमसे कहात हओं, हरेक व्यर्थकी बात जो आदमी मस्कत हए, न्यायके दिनमे बिनके बोको लेखा देन पणैगो। 37काहेकी परमेश्वर न्याय करैगो और कोइ फिर आदमी, दोषी हए कि निर्दोष हए कहान बारी बात बोको बोलो भओ बोलीसे पता चलैगो।”
येशूसे चिन्हा मागीं
(मर्क. 8:11-12; लूक. 11:29-32)
38तओ मोशाको नियम कानुन सिखान बारो आदमी और फरिसीनको समुह मैसे कोइ-कोइ बोसे कहीं, “महान गुरु, हम तुमसे एक शक्तिशाली चमत्कार देखन चाँहत हएं।”
39बा बिनके जबाफ दइ, “जा पिढीके खराब और व्यभिचारी आदमी शक्तिशाली चमत्कारके चिन्हा ढुणत हएं। पर जा पिढीको योना अगमबक्ताके सँग जो भओ; बो चिन्हा बाहेक और कोइ चिन्हा नाए देहओं।
40योना तीन रात तीन दिन बहुत बडी मछ्रीके पेट भितर रहो, उइसी मए, आदमीको लौंणा फिर धर्तीके भितर तीन दिन और तीन रात रएहओं। 41निनवेके आदमी न्यायके दिनमे जा पिढीके आदमीके सँग खडा हुइके उनके दोषी ठहीरामंगे, काहेकी बे योनाके परचारमे अपनो पाप छोडके परमेश्वर घेन घुमी रहएं, पर तुम पाप करन छोडके परमेश्वर घेन घुमनके इन्कार करे। पर देखओ योनासे महान कोइ हियाँ हए। 42दक्खिनकी महारानी न्यायके दिनमे जा पिढीके आदमीके सँग खडा हुइके, बिनके दोषी ठहेरबैगी काहेकी तुम पाप करन छोडके परमेश्वर घेन घुमनके इन्कार करे पर बो सोलोमनको बुद्धि सुननके ताहीं पृथ्वी कि छोरसे आइ; पर देखओ, सोलोमनसे महान कोइ हियाँ हए, तहुँफिर तुम पाप करन नाए छोडन चाँहत हओ।”
भुत करी घरको तलासी
43“जब भुत आदमीसे निकरके जातहए, तओ बो बिश्राम ढुणत सुखो ठाउँ घेन घुमत नेँगत हए, पर पात नाए हए। 44और जब बो भुत घुमके आत हए तओ बो आदमीको जीबनके, घर कता सफा करोभओ और मिलो भओ पर खाली-खाली पात हए। 45तओ बो भुत जातहए और अपनसे फिर जद्धा खराब औ सात भुतनके अपन सँग बुलात हए, और आदमीक भितर घुसके बे डेरा धरत हएं, और बो आदमीको पिच्छु कि दसा पहिलेसे फिर खराब होत हए, जा समयके दुष्ट आदमीके सँग फिर अइसियए होबैगो।”
येशूके अइया और भइया
(मर्क. 3:31-35; लूक. 8:19-21)
46येशू भिड सँग मस्कत रहए बहेबेरा बाके अइया और भइया बाहिर ठाणे रहएं, और बासे बात करन चाँहत रहएं। 47तओ एक जनै येशूसे कही, “देखओ, तुमरी अइया और तुमर भइया बाहिर ठाणे हएं, तुमसे बात करन चाँहत हएं।”
48तओ मस्कन बारेसे येशू कही, “मिर अइया कौन हए? मिर भइया कौन हए?” 49और बा अपन हात चेलनके दिखात कही, “देखओ मिर अइया और मिर भइया जे हएं। 50काहेकी जौन स्वर्गमे होन बारो मिर दौवाको इच्छा पालन करत हएं, बेहीं मिर भइया, बहिनीया, और मिर अइया हएं।”

Currently Selected:

मत्ती 12: THRNT

Highlight

Share

Copy

None

Want to have your highlights saved across all your devices? Sign up or sign in