YouVersion Logo
Search Icon

भजन संहिता 1:3

भजन संहिता 1:3 HHBD

वह उस वृक्ष के समान है, जो बहती नालियों के किनारे लगाया गया है। और अपनी ऋतु में फलता है, और जिसके पत्ते कभी मुरझाते नहीं। इसलिये जो कुछ वह पुरूष करे वह सफल होता है॥

Free Reading Plans and Devotionals related to भजन संहिता 1:3