एक दिन ईसू हर, अपन चेला मन जग कहीस, मईनसे मन ला पाप में गिराए कर परीछा तो आबेच करही, बकिन जेकर चलते परीछा आथे, परमेस्वर ओके जरूर दंड देही। जेहर ए छोटे में ले कोनोच ला पाप में गिराए कर कारन बनथे, त ओके ला परमेस्वर दंड देही, ओ दंड हर ओकर ढेंटू में जनता ला टाएंग के, ओके समूंदर में ढकेल देहल जाए ले, बड़खा होही।