परेरीत 1:3

परेरीत 1:3 SGJ

ईसू हर दुख उठाए कर पाछू, ढेरेच अकन पका सबूत ले, ए परेरीत मन जग अपन-आप ला परगट करीस कि ओहर जीयत हवे अऊ चालीस दिन तक ओमन के देखार देहत रहीस, अऊ परमेस्वर कर राएज कर बारे में बात करत रहीस।