प्रतिनिधि 2:2-4

प्रतिनिधि 2:2-4 PGG

अजगता तेज तुफाने ईं अम्बर केआं गड़गड़ाहट भुई, त जेठि से बिशो थिए से घर पूरा भर छड़ा। तोउं तठि आगी लौई किछ निसु त यक यक भोई कइ तेन्हि बिचा हर जेईं पुठ बिश गे। त से सोब शुची आत्माई बेलि भरी गे। त जीं शुची आत्माई तेन्के धे बोलुणे ताकत दिती, तीं से होरी होरी भाषा अन्तर बोलुण लगे।