निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो कुलुस्सियों 1:20 से संबंधित हैं
मेज़ के पास आओ - Mej Par Aao (Come to the Table)
6 दिन
यीशु हमारे साथ गहरी बातचीत करना चाहता है। आइए एकसाथ "प्रभु भोज की मेज़" पर मनन करें। नवाज डिक्रूज द्वारा ( Navaz DCruz) लिखा (और गुरमीत धनोवा द्वारा अनुवादित) यह 6 दिवसीय भक्ति–लेख आपको इस विषय की यात्रा पर ले जायेगा की हम प्रभु यीशु द्वारा स्थापित इस नबुवत भरे कार्य में क्या और इसे क्यों मनाते हैं।
भीतरी और बाहरी चंगाई
7 दिन
हमें सम्भवतः इस विषय पर सारी बातों की जानकारी न हो, लेकिन हम जानते हैं कि यीशु की ज़मीनी सेवकाई के बड़े भाग में चंगाई शामिल थी। मेरी प्रार्थना है कि जब आप इस बाइबल योजना को पढ़ें, तो आप चंगाई की गहराई और सम्पूर्णता को प्राप्त कर सकें। अर्थात ऐसी चंगाई जो एक निपुण चिकित्सक ही प्रदान कर सकता है।
बचाव
7 दिन
क्रिसमस पीछे मुड़कर देखने और हमारे बचाव के लिए मसीह को भेजकर परमेश्वर ने हमारे लिए जो कुछ भी किया उस पर विचार करने का सही समय है। जब आप इस सन्देश को पढ़ते हैं, तो मैं प्रार्थना करता हूँ कि आप अपने बचाए जाने को याद करेंगे और नए वर्ष में इस विश्वास के साथ चलेंगे कि वह आपको हर उस चीज से फिर से बचाएँगे जिस मार्ग पर
कुलुस्सियों
11 दिन
"यीशु को पहले रखें" कुलुस्सियों को लिखे पत्र का फोकस है, जो मसीह के साथ पूर्ण पहचान में चलने में सहायता प्रदान करता है। जब आप ऑडियो अध्ययन सुनते हैं और भगवान के वचन से चुनिंदा छंद पढ़ते हैं तो कुलुस्सियों के माध्यम से दैनिक यात्रा करें।
परमेश्वर प्रगट हुए- नये नियम की एक यात्रा
13 दिन
क्या हमारा जीवन मसीह से मुलाकात करने के बाद लगातार बदल रहा है? हम जीवन के परे सम्पत्ति को कैसे बना सकते हैं? हम कैसे आनन्द, सन्तुष्टि और शान्ति को हर परिस्थिति में बना कर रख सकते हैं? इन सारी बातों को वरन कई अन्य बातों को पौलुस की पत्री में सम्बोधित किया गया है।
BibleProject | यीशु-आगमन पर चिंतन
28 दिन
बाइबिल प्रोजेक्ट ने व्यक्ति-विशेष, छोटे समूहों एवं परिवारों को प्रेरित करने के लिए यीशु-आगमन सम्बन्धी चिंतन की संरचना की है ताकि वे यीशु के आगमन या आने का उत्सव मना सकें| इस चार सप्ताह की योजना में शामिल हैं एनीमेटेड वीडियो, छोटे सारांश, और चिंतन-प्रश्न जो प्रतिभागियों की सहायता करते हैं ताकि वे आशा, शान्ति, आनंद और प्रेम जैसे विचारों का अध्ययन बाइबिल में दिए गए अर्थ अनुसार कर सकें|