“यदि तुम शब्बाथ दिन को अशुद्ध न करोगे,
अर्थात् मेरे पवित्र दिन के हित में अपनी इच्छा को छोड़ देते हो,
शब्बाथ दिन को आनंद का दिन मानकर
और याहवेह के पवित्र दिन का सम्मान करते हो,
अपनी इच्छाओं को छोड़कर
अपनी बातें न बोले,
तू याहवेह के कारण आनंदित होगा,
मैं तुम्हें पृथ्वी की ऊंचाइयों तक ले जाऊंगा
और तुम्हारे पिता याकोब के भाग की उपज से खायेगा.”
क्योंकि यह याहवेह के मुंह से निकला वचन है.