इसलिये याहवेह का संदेश यह है:
“यदि तुम लौट आओ, तो मैं तुम्हें पुनःस्थापित करूंगा
कि तुम मेरे समक्ष खड़े रह पाओगे;
यदि तुम व्यर्थ बातें नहीं, बल्कि अनमोल बातें कहें,
तुम मेरे प्रवक्ता बन जाओगे.
संभव है कि वे तुम्हारे निकट आ जाएं,
किंतु तुम स्वयं उनके निकट न जाना.