“किंतु तुम, याकोब, मेरे सेवक;
तुम भयभीत न होना; इस्राएल, तुम हताश न हो जाना.
तुम्हारी बंधुआई के दूर देश में से,
मैं तुम्हें एवं तुम्हारे वंशजों को विमुक्त करूंगा.
तब याकोब लौट आएगा और शांतिपूर्वक सुरक्षा में ऐसे निवास करेगा,
कि उसे कोई भी भयभीत न कर सकेगा.