हे मेरे परमेश्वर, मेरी प्रार्थना की ओर अपना कान लगा और उसको सुन। अपनी आंखों को खोल और हमारे विनाश पर दृष्टि कर। जो नगर तेरे नाम से पुकारा जाता है, उसको देख। प्रभु, अपनी धार्मिकता के कारण नहीं बल्कि तेरी महान दया पर भरोसा रखकर हम यह प्रार्थना, यह विनती तेरे सम्मुख प्रस्तुत कर रहे हैं। हे स्वामी, हमारी प्रार्थना को सुन। हे स्वामी, हमारे अपराध को क्षमा कर। हे स्वामी, हम पर ध्यान दे और हमें मुक्त कर। हे मेरे परमेश्वर, अपनी ही महिमा के लिए विलम्ब मत कर, क्योंकि तेरा नगर और तेरे निज लोग तेरे ही नाम से पुकारे जाते हैं।”