‘यदि तेरे मध्य में किसी नबी अथवा स्वप्न-द्रष्टा का जन्म हो, वह तुझे चिह्न अथवा आश्चर्यपूर्ण कार्य दिखाए और जिस चिह्न अथवा आश्चर्यपूर्ण कार्य के विषय में वह बोला था, वह सच प्रमाणित हो जाए, और तब वह कहे, “आओ, हम दूसरे देवताओं का अनुसरण करें” , जिनको तू नहीं जानता है, और “आओ, हम उनकी आराधना करें” , तो तू उस नबी अथवा स्वप्न-द्रष्टा की बातों को मत सुनना; क्योंकि तेरा प्रभु परमेश्वर यह जानने के लिए तेरी परीक्षा ले रहा है, कि क्या तू अपने सम्पूर्ण हृदय से, सम्पूर्ण प्राण से अपने प्रभु परमेश्वर को प्रेम करता है।