प्रभु तुझ को उच्च आसन पर प्रतिष्ठित करेगा, निम्न स्थान पर नहीं। तू क्रमश: ऊंचा ही उठता जाएगा, और नीचे की ओर नहीं आएगा। किन्तु तुझे ये आशिषें तब प्राप्त होंगी जब तू अपने प्रभु परमेश्वर की आज्ञाओं को सुनेगा, जिनका पालन करने, और जिनके अनुसार कार्य करने का आदेश आज मैं तुझे दे रहा हूँ