इसलिए मैंने स्वर्गदूत के पास जाकर उस से निवेदन किया कि वह मुझे पुस्तिका दे दे। उसने कहा, “इसे ले लो और खाओ। यह तुम्हारे पेट में कड़ुवी, किन्तु तुम्हारे मुँह में मधु-जैसी मीठी लगेगी।” मैंने स्वर्गदूत के हाथ से पुस्तिका ले ली और खायी। वह मेरे मुँह में मधु-जैसी मीठी लगी, किन्तु जब मैं उसे खा चुका, तो मेरा पेट कड़ुवा हो गया।