1
सभोपदेशक 5:2
इंडियन रिवाइज्ड वर्जन (IRV) हिंदी - 2019
बातें करने में उतावली न करना, और न अपने मन से कोई बात उतावली से परमेश्वर के सामने निकालना, क्योंकि परमेश्वर स्वर्ग में हैं और तू पृथ्वी पर है; इसलिए तेरे वचन थोड़े ही हों।
तुलना
खोजें सभोपदेशक 5:2
2
सभोपदेशक 5:19
वरन् हर एक मनुष्य जिसे परमेश्वर ने धन-सम्पत्ति दी हो, और उनसे आनन्द भोगने और उसमें से अपना भाग लेने और परिश्रम करते हुए आनन्द करने को शक्ति भी दी हो यह परमेश्वर का वरदान है।
खोजें सभोपदेशक 5:19
3
सभोपदेशक 5:10
जो रुपये से प्रीति रखता है वह रुपये से तृप्त न होगा; और न जो बहुत धन से प्रीति रखता है, लाभ से यह भी व्यर्थ है।
खोजें सभोपदेशक 5:10
4
सभोपदेशक 5:1
जब तू परमेश्वर के भवन में जाए, तब सावधानी से चलना; सुनने के लिये समीप जाना मूर्खों के बलिदान चढ़ाने से अच्छा है; क्योंकि वे नहीं जानते कि बुरा करते हैं।
खोजें सभोपदेशक 5:1
5
सभोपदेशक 5:4
जब तू परमेश्वर के लिये मन्नत माने, तब उसके पूरा करने में विलम्ब न करना; क्योंकि वह मूर्खों से प्रसन्न नहीं होता। जो मन्नत तूने मानी हो उसे पूरी करना।
खोजें सभोपदेशक 5:4
6
सभोपदेशक 5:5
मन्नत मानकर पूरी न करने से मन्नत का न मानना ही अच्छा है।
खोजें सभोपदेशक 5:5
7
सभोपदेशक 5:12
परिश्रम करनेवाला चाहे थोड़ा खाए, या बहुत, तो भी उसकी नींद सुखदाई होती है; परन्तु धनी के धन बढ़ने के कारण उसको नींद नहीं आती।
खोजें सभोपदेशक 5:12
8
सभोपदेशक 5:15
जैसा वह माँ के पेट से निकला वैसा ही लौट जाएगा; नंगा ही, जैसा आया था, और अपने परिश्रम के बदले कुछ भी न पाएगा जिसे वह अपने हाथ में ले जा सके। (1 तीमु. 6:7)
खोजें सभोपदेशक 5:15
होम
बाइबिल
योजनाएँ
वीडियो