यिर्मयाह 20से लोकप्रिय बाइबिल छंद

जब भी मैं बोलता हूँ, चीख पड़ता हूँ। मैं लगातार हिंसा और तबाही के बारे में चिल्ला रहा हूँ। मैं लोगों को उस सन्देश के बारे में बताता हूँ जिसे मैंने यहोवा से प्राप्त किया। किन्तु लोग केवल मेरा अपमान करते हैं और मेरा मजाक उड़ाते हैं। कभी—कभी मैं अपने से कहता हूँ: “मैं यहोवा के बारे में भूल जाऊँगा। मैं अब आगे यहोवा के नाम पर नहीं बोलूँगा।” किन्तु यदि मैं ऐसा कहता हूँ तो यहोवा का सन्देश मेरे भीतर भड़कती ज्वाला सी हो जाती है। मुझे ऐसा लगता है कि यह अन्दर तक मेरी हड्डियों को जला रही है। मैं अपने भीतर यहोवा के सन्देश को रोकने के प्रयत्न में थक जाता हूँ और अन्तत: मैं इसे अपने भीतर रोकने में समर्थ नहीं हो पाता।