2 कुरिन्थियों 12:13-21

2 कुरिन्थियों 12:13-21 HINCLBSI

अन्‍य कलीसियाओं की तुलना में आप लोगों में किस बात की कमी रह गयी है? हाँ, मैं आप लोगों के लिए भार नहीं बना। आप मुझे इस अन्‍याय के लिए क्षमा प्रदान करें। अब मैं तीसरी बार आप लोगों के यहाँ आने की तैयारियाँ कर रहा हूँ, और आप के लिए भार नहीं बनूँगा; क्‍योंकि मैं आप लोगों को चाहता हूँ, आपकी सम्‍पत्ति को नहीं। बच्‍चों को अपने माता-पिता के लिए धन एकत्र करना नहीं चाहिए, बल्‍कि माता-पिता को अपने बच्‍चों के लिए। मैं तो आप लोगों के लिए सहर्ष अपना सब कुछ खर्च करूँगा और अपने को भी अर्पित करूँगा। यदि मैं आप लोगों को इतना प्‍यार करता हूँ, तो क्‍या आप मुझे कम प्‍यार करेंगे? आप लोग शायद यह कहेंगे-वास्‍तव में वह हम पर बोझ नहीं बना, किन्‍तु वह धूर्त है और उसने छल-कपट से हमें फंसा लिया। जिन व्यक्‍तियों को मैंने आप लोगों के पास भेजा, क्‍या मैंने उन में से किसी के द्वारा आप से लाभ उठाया? मैंने तीतुस से आपके यहाँ जाने के लिए निवेदन किया और उसके साथ एक भाई को भेजा। क्‍या तीतुस ने आप लोगों से लाभ उठाया? क्‍या हम दोनों एक ही आत्‍मा से प्रेरित हो कर एक ही पथ पर नहीं चले? आप लोग यह समझते होंगे कि अब तक हम आप के सामने अपनी सफ़ाई दे रहे हैं। बात ऐसी नहीं है। हम यह सब मसीह में, परमेश्‍वर की उपस्‍थिति में कह रहे हैं। प्रिय भाइयो और बहिनो! सब कुछ आपके आध्‍यात्‍मिक निर्माण के लिए हो रहा है। मुझे आशंका है-कहीं ऐसा न हो कि आने पर मैं आप लोगों को जैसा पाना चाहता, वैसा नहीं पाऊं और आप मुझे जैसा नहीं चाहते, वैसा ही पाएँ। कहीं ऐसा न हो कि मैं आपके यहाँ फूट, ईष्‍र्या, बैर, स्‍वार्थपरता, परनिन्‍दा, चुगलख़ोरी, अहंकार और उपद्रव पाऊं। कहीं ऐसा न हो कि मेरे आपके यहाँ पहुँचने पर मेरा परमेश्‍वर मुझे फिर आपके सामने नीचा दिखाए और मुझे उन बहुसंख्‍यक लोगों के लिए शोक मनाना पड़े, जिन्‍होंने पहले पाप किया और अपनी अशुद्धता, व्‍यभिचार और लम्‍पटता के लिए पश्‍चात्ताप नहीं किया है।