स्वामी-प्रभु ने मुझे यह दृश्य दिखाया : ग्रीष्म ऋतु के पके हुए फलों की एक टोकरी है। प्रभु ने मुझसे पुछा, ‘आमोस, तू क्या देख रहा है?’ मैंने उत्तर दिया, ‘ग्रीष्म ऋतु के पके हुए फलों की एक टोकरी।’ तब प्रभु ने मुझ से कहा, ‘मेरे लोग इस्राएलियों के दिन पक गए। अब मैं उन्हें बिना दण्ड दिये नहीं छोड़ूंगा। उस दिन मन्दिर के स्तुति-गीत शोक-गीत में बदल जाएंगे।’ स्वामी-प्रभु ने यह कहा है, ‘असंख्य लाशें पड़ी होंगी। सब जगह मौत का सन्नाटा होगा।’। ओ निर्धनों को रौंदनेवालो, ओ गरीबों को मृत्यु के घाट उतारनेवालो, यह सुनो : तुम चाहते हो कि नवचन्द्र पर्व कब खत्म हो, और तुम अनाज बेचो। विश्राम दिवस कब बीते, और तुम गेहूं को बेचना आरंभ करो। तुम अनाज मापने की माप को छोटा रखते हो, पर जब खरीदार से तौलकर मुद्राएं लेते हो तो तौल को भारी कर देते हो! तुम खोटी तराजू रखकर खरीदारों को ठगते हो। तुम गरीब को चांदी से और निर्धन को एक जोड़ी जूतों के दाम पर खरीदते हो। तुम घुन लगा गेहूं बेचते हो।
आमोस 8 पढ़िए
सुनें - आमोस 8
साझा करें
सभी संस्करणों की तुलना करें: आमोस 8:1-6
छंद सहेजें, ऑफ़लाइन पढ़ें, शिक्षण क्लिप देखें, और बहुत कुछ!
होम
बाइबिल
योजनाएँ
वीडियो