दानिएल 3:24-30

दानिएल 3:24-30 HINCLBSI

राजा नबूकदनेस्‍सर को आश्‍चर्य हुआ। वह शीघ्र उठा। उसने अपने मंत्रियों से पूछा, ‘क्‍या हमने तीन ही व्यक्‍तियों को भट्ठी में डाला था?’ उन्‍होंने राजा को उत्तर दिया, “हां, महाराज।’ राजा ने कहा, ‘किन्‍तु मैं चार व्यक्‍तियों को आग के ऊपर चलते-फिरते देख रहा हूं। वे बन्‍धन-मुक्‍त हैं। उनका शरीर तनिक भी झुलसा नहीं है। चौथे व्यक्‍ति का रूप ईश-पुत्र के सदृश है।’ नबूकदनेस्‍सर धधकती हुई अग्‍नि की भट्ठी के द्वार के पास आया। उसने पुकारा, ‘ओ सर्वोच्‍च परमेश्‍वर के सेवको−शद्रक, मेशक और अबेदनगो, बाहर निकलो, यहां आओ!’ अत: शद्रक, मेशक और अबेदनगो आग से बाहर निकल आए। क्षत्रप, हाकिम, राज्‍यपाल और राज-मंत्री एकत्र हो गए। उन्‍होंने देखा कि उन तीनों व्यक्‍तियों के शरीर पर आग का कुछ भी प्रभाव नहीं पड़ा था। उनके सिर का एक बाल भी नहीं झुलसा था, उनके पायजामे ज्‍यों के त्‍यों थे। उनके शरीर से जलने की गंध तक नहीं आ रही थी। नबूकदनेस्‍सर ने कहा, ‘धन्‍य है शद्रक, मेशक और अबेदनगो का परमेश्‍वर, जिसने दूत भेजकर अपने विश्‍वस्‍त सेवकों को बचाया, जिन्‍होंने मेरी राजाज्ञा की उपेक्षा की, और अपना शरीर आग को अर्पण कर दिया कि वे किसी अन्‍य देवता की आराधना न कर केवल अपने ही परमेश्‍वर की आराधना करें। इसलिए मैं यह राजाज्ञा प्रसारित करता हूं : यदि किसी भी कौम, राष्‍ट्र और भाषा का व्यक्‍ति शद्रक, मेशक और अबेदनगो के परमेश्‍वर के विरुद्ध कुछ कहेगा, तो उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े किए जाएंगे, और उसका घर खण्‍डहर बना दिया जाएगा; क्‍योंकि उनके परमेश्‍वर के अतिरिक्‍त और कोई ईश्‍वर नहीं है जो इस ढंग से अपने सेवकों को बचा सके।’ तब राजा नबूकदनेस्‍सर ने बेबीलोन देश में शद्रक, मेशक और अबेदनगो की पदोन्नति कर दी।

निःशुल्क पठन योजनाएँ और भक्तिपूर्ण पठन योजनाएँ जो दानिएल 3:24-30 से संबंधित हैं