व्यवस्था-विवरण 15:11
व्यवस्था-विवरण 15:11 HINCLBSI
निस्सन्देह तेरे देश में गरीब कभी समाप्त नहीं होंगे। इसलिए मैं तुझे आज्ञा देता हूँ : तू अपने देश में अपने भाई-बहिन, दु:खी और दरिद्र को मुक्त हस्त से उधार देना।
निस्सन्देह तेरे देश में गरीब कभी समाप्त नहीं होंगे। इसलिए मैं तुझे आज्ञा देता हूँ : तू अपने देश में अपने भाई-बहिन, दु:खी और दरिद्र को मुक्त हस्त से उधार देना।