व्‍यवस्‍था-विवरण 6:1-2

व्‍यवस्‍था-विवरण 6:1-2 HINCLBSI

‘जो आज्ञाएं, संविधियाँ और न्‍याय-सिद्धान्‍त तुम्‍हें सिखाने के लिए तुम्‍हारे प्रभु परमेश्‍वर ने मुझे आज्ञा दी थी, वे ये ही हैं। तुम उस देश में इनके अनुसार कार्य करना, जिसको तुम अपने अधिकार में करने के लिए वहाँ जा रहे हो। यदि तुम और तुम्‍हारे पुत्र-पुत्रियाँ तथा पौत्र-पौत्रियाँ अपने प्रभु परमेश्‍वर की जीवन-भर भक्‍ति करेंगे, यदि तुम उसकी सब संविधियों और आज्ञाओं का पालन करोगे, जिनका आदेश आज मैं तुम्‍हें दे रहा हूँ, तो तुम्‍हारे पुत्र-पुत्रियों और पौत्र-पौत्रियों की आयु लम्‍बी होगी।