हग्‍गय 1:9-12

हग्‍गय 1:9-12 HINCLBSI

तुमने फसल अधिक पाने की आशा की थी, पर वह तुम्‍हें मिली थोड़ी। जब तुम फसल घर में लाए तब मैंने उसे फूंक दिया। क्‍यों? सुनो, मैं, स्‍वर्गिक सेनाओं का प्रभु तुमसे यह कह रहा हूं: मैंने अपने भवन के कारण यह किया है। मेरा भवन ध्‍वस्‍त पड़ा है, और तुम सब अपना-अपना घर बनाने में व्‍यस्‍त हो। सुनो, इसलिए तुम्‍हारे सिर के ऊपर का आकाश ओस नहीं बरसाता और नीचे की धरती उपज पैदा नहीं करती। मैंने मैदान और पहाड़ों पर अकाल को प्रेषित किया है। मैंने अन्न, अंगूर के रस और तेल का, तथा भूमि पर उपजनेवाली सब प्रकार की वनस्‍पति का अकाल किया है। मैंने मनुष्‍य और पशु पर, उनके कामों और परिश्रम पर सूखा डाला है।’ राज्‍यपाल जरूब्‍बाबेल बेन-शालतिएल और महापुरोहित यहोशुअ बेन-योसादाक तथा इस्राएली कौम के सब बचे हुए लोगों ने अपने प्रभु परमेश्‍वर की आज्ञा मानी। जिस सन्‍देश के साथ प्रभु परमेश्‍वर ने नबी हग्‍गय को उनके पास भेजा था, उसे उन्‍होंने स्‍वीकार किया। वे प्रभु के कारण भयभीत हो गए।

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