यशायाह 7:10-17

यशायाह 7:10-17 HINCLBSI

प्रभु ने यशायाह के द्वारा राजा आहाज से पुन: कहा, ‘अपने प्रभु परमेश्‍वर से, मुझसे कोई संकेत-चिह्‍न मांग; फिर चाहे यह चिह्‍न अतल अधोलोक में हो, या उच्‍च आकाश में।’ आहाज ने कहा, ‘नहीं, मैं प्रभु से संकेत-चिह्‍न नहीं मांगूंगा। मैं प्रभु को नहीं परखूंगा।’ तब यशायाह ने कहा, ‘ओ दाऊद के वंशजो, सुनो! क्‍या तुम्‍हारी दृष्‍टि में लोगों को तंग करना इतनी साधारण-सी बात है कि अब तुम मेरे परमेश्‍वर को भी तंग कर रहे हो! अत: स्‍वयं स्‍वामी तुम्‍हें एक संकेत-चिह्‍न देगा: देखो, एक कन्‍या गर्भवती होगी और वह एक पुत्र को जन्‍म देगी। वह उसका नाम ‘इम्‍मानुएल’ रखेगी। जब वह बड़ा हो जाएगा और उसे भले-बुरे का ज्ञान होने लगेगा तब वह दही और शहद खाएगा। हे राजा, जब बालक भले और बुरे को पहचानने लगेगा, उसके पूर्व ही प्रभु उस देश को उजाड़ देगा जिसके दो राजाओं से तू अभी घबरा रहा है। प्रभु तुझ पर, तेरी प्रजा पर और तेरे राज-परिवार पर भीषण संकट के दिन लाएगा− ऐसा संकट-काल जो पहली बार देश पर तब आया जब एफ्रइम राज्‍य यहूदा राज्‍य से अलग हुआ था− अर्थात् असीरिया के राजा के दिन!’