मीका 2:1-3

मीका 2:1-3 HINCLBSI

धिक्‍कार है उनको, जो कुचक्र रचते हैं, जो रात में पलंग पर पड़े-पड़े दुष्‍कर्म सोचा करते हैं। वे सबेरा होने पर अपनी योजना को कार्यरूप में परिणत भी करते हैं, क्‍योंकि ऐसा करने की शक्‍ति उनके हाथ में है। वे पराए खेतों का लालच करते हैं, और उन्‍हें हड़प लेते हैं; वे दूसरे के मकानों की लालसा करते हैं, और उन्‍हें हथिया लेते हैं। वे पड़ोसी और उसके परिवार पर अत्‍याचार करते हैं, वे अन्‍य व्यक्‍ति और उसकी पैतृक सम्‍पत्ति का शोषण करते हैं। अत: प्रभु यों कहता है: ‘मैं शोषण करनेवाले इस वर्ग के विरुद्ध विनाश की योजना बना रहा हूं। तुम इस योजना से अपना गला नहीं छुड़ा सकोगे। वह बुरा समय होगा, तुम अहंकार से सिर उठाकर चल नहीं सकोगे।