ओबद्याह 1:9-14

ओबद्याह 1:9-14 HINCLBSI

ओ तेमान नगर, तेरे योद्धाओं का साहस समाप्‍त हो जाएगा। अत: एसाव पर्वत के निवासी कट-कट कर गिरेंगे। ‘ओ एसाव, तूने अपने भाई याकूब के साथ हिंसापूर्ण व्‍यवहार किया था। अत: लज्‍जा से तुझे सिर झुकाना होगा; तू सदा-सर्वदा के लिए नष्‍ट हो जाएगा। जिस दिन विदेशी राष्‍ट्र तेरे भाई की सम्‍पत्ति लूट कर ले गए, जिस दिन विदेशी सैनिक उसके नगर के प्रवेश-द्वारों में घुसे थे, यरूशलेम को परस्‍पर बांटने के लिए उन्‍होंने चिट्ठी डाली थी, उस दिन तू अलग खड़ा था, मानो तू भी उन लुटेरों में एक था। अपने भाई के दुर्दिन में, उसके संकट के दिन में तू उसकी ओर ताकता भर रहा। यहूदा प्रदेश के विनाश के दिन तुझे आनन्‍दित नहीं होना था। उनके संकट के दिन तुझे डींग नहीं मारना था। जब मेरे निज लोग संकट में थे, उस दिन तुझे उनके नगर में प्रवेश नहीं करना था। उनके विपत्ति के दिन तुझे उनकी ओर केवल ताकना नहीं था। जब उन पर विपत्ति आई थी, तब तुझे उनकी धन-सम्‍पत्ति लूटनी नहीं थी। जब वे प्राण बचाकर भाग रहे थे तब तुझे चौराहे पर खड़े होकर भागनेवालों का वध नहीं करना था। तुझे संकट के दिन अपने बचे हुए जाति-भाइयों को शत्रु के हाथ में नहीं सौंपना था।