फिलिप्पियों 2:27-30

फिलिप्पियों 2:27-30 HINCLBSI

वास्‍तव में वह बहुत बीमार था और मरने पर था; किन्‍तु उस पर परमेश्‍वर की दया हुई, और न केवल उस पर बल्‍कि मुझ पर भी, जिससे मुझे दु:ख पर दु:ख न सहना पड़े। मैं इसलिए भी उसे भेजने को उत्‍सुक हूँ कि आप उसके दर्शनों से आनन्‍दित हों और मेरी चिन्‍ता भी कम हो। आप प्रभु में पूर्ण आनन्‍द के साथ उसका स्‍वागत करें। आप को ऐसे लोगों का सम्‍मान करना चाहिए। उसने मसीह के कार्य के लिए मृत्‍यु का सामना किया और अपने जीवन को जोखिम में डाला जिससे वह मेरे प्रति जन-सेवा का वह कार्य पूरा करे, जिसे आप लोग स्‍वयं करने में असमर्थ थे।