भजन संहिता 47

47
परमेश्‍वर समस्‍त पृथ्‍वी का सम्राट है
मुख्‍यवादक के लिए। कोरह वंशियों का। एक भजन।
1हे सब जातियों, आनन्‍द से ताली
बजाओ!
ऊंचे स्‍वर में परमेश्‍वर का जयजयकार करो!
2क्‍योंकि प्रभु, सर्वोच्‍च परमेश्‍वर भय योग्‍य है;
वह समस्‍त पृथ्‍वी का महान राजा है।
3उसने जातियों को हमारे अधीन
और राष्‍ट्रों को हमारें चरणों-तले किया है।
4उसने हमारे लिए पैतृक भूमि को,
“याकूब की शोभा” को चुना है;
वह इस्राएल#47:4 मूल में ‘याकूब’ से प्रेम करता है।
सेलाह
5भक्‍तों के जयजयकार के समय,
तुरही की ध्‍वनि के समय
प्रभु परमेश्‍वर ऊपर गया!#भज 24:7-10; 68:18
6परमेश्‍वर की स्‍तुति गाओ, स्‍तुति गाओ!
हमारे राजा की स्‍तुति गाओ, स्‍तुति गाओ!
7परमेश्‍वर समस्‍त पृथ्‍वी का राजा है;
विशेष गीतों के साथ स्‍तुति गाओ!
8परमेश्‍वर समस्‍त राज्‍यों पर राज्‍य करता है;
परमेश्‍वर अपने पवित्र सिंहासन पर विराजता है।
9अब्राहम के परमेश्‍वर की प्रजा बनने के लिए
जाति-जाति के सामन्‍त एकत्र हुए हैं।
क्‍योंकि पृथ्‍वी की ढालें परमेश्‍वर की हैं;
वह अत्‍यन्‍त उन्नत हुआ है।#भज 72:11

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