भजन संहिता 9:7-12

भजन संहिता 9:7-12 HINCLBSI

एक महानाद सुनाई पड़ा: प्रभु सिंहासन पर युग-युगांत विराजमान है; उसने अपना सिंहासन न्‍याय के लिए स्‍थापित किया है। वह संसार का न्‍याय धार्मिकता से करता है, वह लोगों का न्‍याय निष्‍पक्षता से करता है, प्रभु उत्‍पीड़ित व्यक्‍ति के लिए गढ़ है; वह संकट में शरण-स्‍थल है। प्रभु, तेरे नाम को जानने वाले तुझ पर भरोसा करते हैं; क्‍योंकि तू उन लोगों को नहीं छोड़ता है, जो तुझको खोजते हैं। सियोन पर विराजने वाले प्रभु का गुणगान करो; जाति-जाति के लोगों में उसके कार्य प्रकट करो। प्रभु पीड़ित को स्‍मरण रखता है। वह उसकी आह नहीं भूलता है। क्‍योंकि वह हत्‍या का प्रतिशोध लेने वाला प्रभु है!