2 इतिहास 15:1-7

2 इतिहास 15:1-7 HINOVBSI

तब परमेश्‍वर का आत्मा ओदेद के पुत्र अजर्याह में समा गया, और वह आसा से भेंट करने निकला, और उससे कहा, “हे आसा, और हे सारे यहूदा और बिन्यामीन, मेरी सुनो, जब तक तुम यहोवा के संग रहोगे तब तक वह तुम्हारे संग रहेगा; और यदि तुम उसकी खोज में लगे रहो, तब तो वह तुम से मिला करेगा, परन्तु यदि तुम उसको त्याग दोगे तो वह भी तुम को त्याग देगा। बहुत दिन इस्राएल बिना सत्य परमेश्‍वर के और बिना सिखानेवाले याजक के और बिना व्यवस्था के रहा। परन्तु जब जब वे संकट में पड़कर इस्राएल के परमेश्‍वर यहोवा की ओर फिरे और उसको ढूँढ़ा, तब तब वह उनको मिला। उस समय न तो जानेवाले को कुछ शांति होती थी, और न आनेवाले को, वरन् सारे देश के सब निवासियों में बड़ा ही कोलाहल होता था। जाति से जाति और नगर से नगर चूर किए जाते थे, क्योंकि परमेश्‍वर नाना प्रकार का कष्‍ट देकर उन्हें घबरा देता था। परन्तु तुम लोग हियाव बाँधो और तुम्हारे हाथ ढीले न पड़ें, क्योंकि तुम्हारे काम का बदला मिलेगा।”