एज्रा 1

1
बन्धुए यहूदियों का यरूशलेम को लौट जाना
1फारस के राजा कुस्रू के राज्य के पहले वर्ष में यहोवा ने फारस के राजा कुस्रू का मन उभारा कि यहोवा का जो वचन यिर्मयाह के मुँह से निकला था वह पूरा हो जाए, इसलिए उसने अपने समस्त राज्य में यह प्रचार करवाया और लिखवा भी दिया:
2“फारस का राजा कुस्रू यह कहता है: स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है, और उसने मुझे आज्ञा दी, कि यहूदा के यरूशलेम में मेरा एक भवन बनवा#1:2 उसने मुझे आज्ञा दी, कि .... मेरा एक भवन बनवा: बाबेल को जीतने पर कुस्रू का सम्पर्क दानिय्येल से हुआ। दानिय्येल ने यशायाह की भविष्यद्वाणी उसके समक्ष रखी (यशा.44:28) और कुस्रू ने यहोवा के मन्दिर के पुनः निर्माण की भविष्यद्वाणी को स्वीकार किया। 3उसकी समस्त प्रजा के लोगों में से तुम्हारे मध्य जो कोई हो, उसका परमेश्वर उसके साथ रहे, और वह यहूदा के यरूशलेम को जाकर इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का भवन बनाए - जो यरूशलेम में है वही परमेश्वर है। 4और जो कोई किसी स्थान में रह गया हो#1:4 जो कोई किसी स्थान में रह गया हो: अर्थात् अन्यजाति लोग उसकी सहायता करें। (एज्रा 1:6) , जहाँ वह रहता हो, उस स्थान के मनुष्य चाँदी, सोना, धन और पशु देकर उसकी सहायता करें और इससे अधिक यरूशलेम स्थित परमेश्वर के भवन के लिये अपनी-अपनी इच्छा से भी भेंट चढ़ाएँ।”
5तब यहूदा और बिन्यामीन के जितने पितरों के घरानों के मुख्य पुरुषों और याजकों और लेवियों का मन परमेश्वर ने उभारा#1:5 मन परमेश्वर ने उभारा: इस्राएलियों में कुछ ही लोग थे जिन्होंने कुस्रू की आज्ञा का लाभ उठाया था। बहुत से इस्राएली तो बाबेल में ही रह गए थे। जो लौटकर आए वे वही लोग थे जिन्हें परमेश्वर ने विशेष रूप से उभारा था कि पवित्र महिमा के लिये बलि चढ़ाए। था कि जाकर यरूशलेम में यहोवा के भवन को बनाएँ, वे सब उठ खड़े हुए; 6और उनके आस-पास सब रहनेवालों ने चाँदी के पात्र, सोना, धन, पशु और अनमोल वस्तुएँ देकर, उनकी सहायता की; यह उन सबसे अधिक था, जो लोगों ने अपनी-अपनी इच्छा से दिया। 7फिर यहोवा के भवन के जो पात्र नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम से निकालकर अपने देवता के भवन में रखे थे, (2 राजा. 25:8-17) 8उनको कुस्रू राजा ने, मिथ्रदात खजांची से निकलवाकर, यहूदियों के शेशबस्सर नामक प्रधान को गिनकर सौंप दिया। 9उनकी गिनती यह थी, अर्थात् सोने के तीस और चाँदी के एक हजार परात और उनतीस छुरी, 10सोने के तीस कटोरे और मध्यम प्रकार की चाँदी के चार सौ दस कटोरे तथा अन्य प्रकार के पात्र एक हजार। 11सोने चाँदी के पात्र सब मिलाकर पाँच हजार चार सौ थे। इन सभी को शेशबस्सर उस समय ले आया जब बन्धुए बाबेल से यरूशलेम को आए।

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एज्रा 1: IRVHin

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